गंगासागर में 5 लाख श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान
पश्चिम बंगाल में कोलकाता से 150 किलोमीटर दूर स्थित दक्षिण 24 परगना जिले के इस सागर द्वीप को हिंदू बेहद पवित्र मानते हैं। यहां गंगा बंगाल की खाड़ी में मिलती है। मकर संक्रांति के अवसर पर हर साल यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम स्थल पर स्नान करने का विशेष महत्व है। श्रद्धालु यहां के कपिल मुनि मंदिर में पूजा-अर्चना कर वहां नारियल का प्रसाद चढ़ाते हैं।
दक्षिण 24 परगना के जिला मजिस्ट्रेट एन.एस. निगम ने फोन पर आईएएनएस को बताया, "पवित्र स्नान शुक्रवार को शुरू हुआ और शनिवार दोपहर तक जारी रहा। कुछ श्रद्धालु पहले ही यहां से रवाना हो गए हैं। करीब ढाई लाख लोग अब भी यहां हैं।"
निगम ने बताया कि गंगासागर मेले में किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने की सूचना नहीं है।
ऐसा माना जाता है कि प्रत्येक चार साल में लगने वाले कुम्भ मेले के बाद गंगासागर मेला ऐसा दूसरा मेला है जहां श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा भीड़ इकट्ठी होती है।
कई साधु भी अपने अनुयायियों के साथ पवित्र स्नान करते हैं और 'कपिल मुनि की जय' के नारों के बीच प्रार्थनाएं करते हैं। इस अवसर पर मेला परिसर में एक लघु भारत जैसा दृश्य उपस्थित हो जाता है।
किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए यहां विशेष इंतजाम किए गए। साल 2010 में भगदड़ में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी।
इस बीच शुक्रवार को यहां पवित्र स्नान के बाद पांच लोगों की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।