श्रीनगर में अलगाववादियों के बंद, बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित
गिलानी को शुक्रवार को उनके हैदरपोरा स्थित आवास में नजरबंद कर दिया गया था ताकि वह अपने द्वारा आहूत बंद के दौरान विरोध-प्रदर्शनों में हिस्सा न ले सकें।
लाल चौक इलाके में रेजीडेंसी रोड और शहर के पुराने इलाके में दुकानें बंद रहीं। सड़कों पर बहुत कम वाहनों की आवाजाही दिखी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "कश्मीर घाटी में स्थिति पूरी तरह से सामान्य है और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।"
उन्होंने कहा, "रात में भारी हिमपात होने और इसके सुबह तक जारी रहने से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।"
गिलानी ने गर्मियों में चार महीने के दौरान सुरक्षाकर्मियों और युवाओं के बीच झड़पों और पत्थराव की घटनाओं की अशांत स्थिति के बाद पुलिस द्वारा युवाओं और नाबालिगों की गिरफ्तारी के विरोध में पूरी कश्मीर घाटी में बंद का आह्वान किया था।
अन्य जिलों से मिली खबरों के मुताबिक वहां भी जनजीवन प्रभावित रहा लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि लोग अलगाववादियों की अपील के चलते घरों से नहीं निकले या उन्हें भारी हिमपात के कारण घरों में कैद रहना पड़ा।
कश्मीर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार और रविवार को होने वाली परीक्षाएं भारी हिमपात के कारण रद्द कर दी गईं। अब परीक्षा होने की नई तिथियां बाद में घोषित की जाएंगी।
केंद्रीय गृह सचिव जी.के. पिल्लई ने शुक्रवार को दिल्ली में कश्मीर से 25 प्रतिशत सेना हटाने पर विचार किए जाने की घोषणा की थी लेकिन गिलानी ने इसे ठुकरा दिया है।
गिलानी का कहना था, "इस तरह की घोषणाओं से लोगों को वास्तविकता में कोई राहत नहीं मिलती है। इसलिए हम चाहते हैं कि कश्मीर से सेनाओं को पूरी तरह हटाया जाए।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।