भारतीय विद्रोहियों ने बांग्लादेश में लिया है प्रशिक्षण : माणिक
त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए सरकार ने कहा, "पर्वतीय भू-भाग, घने जंगलों और बिना घेरेबंदी की सीमा का फायदा उठाते हुए पूर्वोत्तर के विद्रोही बांग्लादेश में प्रशिक्षण लेकर भारतीय क्षेत्र में घुस आते हैं और अपनी हिंसक गतिविधियों को अंजाम देते हैं।"
उन्होंने कहा, "त्रिपुरा में विद्रोह बड़े पैमाने पर हो रहा है। ऐसा इसलिए कि विद्रोहियों को बांग्लादेश में पनाह मिल रहा है और उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसिस इंटेलीजेंस (आईएसआई) सहित विभिन्न बाहरी तत्वों का सहयोग भी मिल रहा है। ऐसे में विद्रोही गतिविधियों को पूरी तरह खत्म करना मुश्किल हो गया है।"
एक आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार 2004 में त्रिपुरा के विद्रोहियों द्वारा की गईं 200 वारदातों में 128 नागरिक और सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। 2010 में अलगाववादी संगठनों द्वारा अंजाम दी गईं 20 घटनाओं में दो सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। 2004 में जनजातीय विद्रोहियों ने 92 लोगों तथा पिछले वर्ष 13 ग्रामीणों को अगवा किया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।