सरकारी परिसरों में शराब की बिक्री बंद कराने का राष्ट्रपति से आग्रह
पणजी, 5 जनवरी (आईएएनएस)। एक महिला अधिकार संगठन ने गोवा में सरकारी परिसरों में शराब और वाइन की बिक्री बंद कराने के लिए राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील से आग्रह किया है।
महिलाओं के संगठन 'बैलांचो साद' ने एक ज्ञापन में पाटील से आग्रह किया है कि वह इस महीने गोवा में एक मल्टीप्लेक्स में होने वाले सरकार प्रायोजित वाइन महोत्सव को रोकने के लिए हस्तक्षेप करें।
पाटील चार दिन की छुट्टी मनाने के लिए फिलहाल गोवा में हैं।
'बैलांचो साद' की संयोजक सबीना मार्टिन्स ने मंगलवार शाम सौंपे अपने ज्ञापन में कहा, "संवैधानिक प्रमुख के नाते आप राज्य सरकार को अल्कोहल को बढ़ावा देने से रोक कर संविधान के नीति निर्देशक सिद्धांतों की सुरक्षा करें।"
मार्टिन्स ने कहा है, "गोवा पर्यटन विकास निगम ने एक सरकारी परिसर, इनॉक्स में हर वर्ष आयोजित होने वाले ेसमारोह में स्टॉल लगाने वालों से आवेदन आमंत्रित करने के लिए एक विज्ञापन जारी किया है। साद मांग करता है कि सरकारी परिसरों में अल्कोहल की बिक्री और उसे बढ़ावा देने पर प्रतिबंध लगाया जाए।"
'ग्रेप एस्केपेड' नामक यह समारोह 27 से 30 जनवरी तक आयोजित है। यह समारोह हजारों पर्यटकों और स्थानीय लोगों को दुनिया की विविधरंगी मदिरा से परिचय कराता है।
देश और देश के बाहर की तमाम वाइन कम्पनियां अपने-अपने ब्रांड का इस समारोह में प्रचार करती हैं। इसके अलावा मल्टीप्लेक्स के अहाते में कई सारे अन्य सांस्कृतिक आयोजन भी होते हैं।
पाटील ने राष्ट्रपति बनने के बाद अपने भाषणों में अक्सर शराब की बुराई की है। कोच्चि में अपने एक भाषण में पाटील ने केरल में व्याप्त शराबखोरी पर चिंता जाहिर की थी।
पिछले वर्ष जुलाई में पाटील ने दिल्ली आबकारी अधिनियम को अपनी मंजूरी दी थी, जिसके तहत सड़क के किनारे खुलेआम शराब पीने पर 5,000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।