येदियुरप्पा ने की भारद्वाज से मुलाकात
येदियुरप्पा अपनी सरकार की भारद्वाज द्वारा की जा रही सार्वजनिक आलोचना को लेकर खिन्न थे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "वादे के मुताबिक मैंने राज्यपाल से मुलाकात की और मैं उनसे हर 15 दिन पर मुलाकात करूंगा। मैंने सार्वजनिक तौर पर यह वादा किया है।"
येदियुरप्पा ने कहा, "मैंने विकास सम्बंधी सभी मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। इस बैठक का कोई खास कारण निकालने की आवश्यकता नहीं है।"
इसके पहले गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने भारद्वाज से मुलाकात की थी। येदियुरप्पा को समस्याओं से उबरने में मदद देने की जेटली को खास जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भारद्वाज ने येदियुरप्पा के खिलाफ लगाए गए भू-आवंटन के आरोपों की वास्तविक तस्वीर पेश न करने के लिए और खनन माफिया व मंत्री, रेड्डी बंधुओं के खिलाफ कथित अवैध खनन के मामले में कार्रवाई न करने के लिए मुख्यमंत्री की आलोचना की थी।
राज्यपाल ने इन मुद्दों पर येदियुरप्पा को दो पत्र लिखे थे और वह इस बात से नाखुश थे कि मुख्यमंत्री ने उन पत्रों का तुरंत जवाब नहीं दिया था। रेड्डी बंधुओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए राज्यपाल ने अप्रैल में पत्र लिखा था।
येदियुरप्पा ने उन पत्रों का जवाब तब दिया, जब इस महीने के प्रारम्भ में भारद्वाज ने मीडिया को बताया कि अभी तक उन्हें मुख्यमंत्री का जवाब नहीं मिला है। लेकिन येदियुरप्पा के जवाब से भारद्वाज संतुष्ट नहीं हुए। उसके बाद उन्होंने दोबारा संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री के जवाब से वह नाखुश हैं और वह येदियुरप्पा को फिर से पत्र लिखेंगे।
इसके बाद येदियुरप्पा ने भारद्वाज के खिलाफ सख्त नाराजगी जाहिर की थी। जबकि अभी तक येदियुरप्पा उनके खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल करने से बचते थे। येदियुरप्पा ने 23 दिसम्बर को धमकी दी थी, "मैं यह पता करने के लिए राष्ट्रपति पाटील को पत्र लिखूंगा कि क्या उन्होंने राज्यपाल को इस तरीके से काम करने की छूट दे रखी है।"
लेकिन अगले ही दिन येदियुरप्पा ने कहा था कि वह राष्ट्रपति को पत्र नहीं लिखेंगे, बल्कि 31 दिसम्बर को भारद्वाज से मुलाकात करेंगे। येदियुरप्पा ने यह भी घोषणा की थी कि वह हर 15 दिन पर राज्य के महत्वपूर्ण घटनाक्रम पर राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश देंगे कि वे प्रमुख मुद्दों के बारे में राज्यपाल को जानकारी उपलब्ध कराते रहें।
येदियुरप्पा ने शुक्रवार की मुलाकात को सद्भावना मुलाकात बताया। उन्होंने छह जनवरी को राज्य की विधायिका के संयुक्त सत्र को सम्बोधित करने के लिए राज्यपाल को आमंत्रित भी किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।