आईएमएफ ने पाकिस्तान को बढ़ते बजट घाटे पर चेताया
समाचार पत्र 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' के मुताबिक पाकिस्तान सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आईएमएफ ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को पत्र लिखकर तत्काल राजकोषीय सख्ती के उपाय करने की मांग की है। मुद्रा कोष ने कहा है कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पूर्व में लगाए गए अनुमान से कहीं ज्यादा खराब है।
पाकिस्तान में आईएमएफ के प्रतिनिधि पॉल रॉस ने हालांकि इस पत्र को लेकर कोई टिप्पणी से इंकार किया लेकिन उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को बढ़ती हुई श्रम शक्ति को काम देने और गरीबी कम करने के लिए कम से कम आठ से 10 फीसदी की दर से विकास की जरूरत है।
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान को हर साल बाजार में प्रवेश कर रहे 20 लाख लोगों को रोजगार देने और गरीबी कम करने के लिए तेज गति से विकास करना बेहद जरूरी है।"
संघीय वित्त राज्य मंत्री हिना रब्बानी ने पिछले सप्ताह राष्ट्रीय असेंबली में कहा था कि पाकिस्तान पर फिलहाल 53 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है जबकि पिछले तीन साल में पाकिस्तान छह अरब डॉलर के कर्ज का भुगतान कर चुका है।
आईएमएफ ने पाकिस्तान पर सख्त उपाय अपनाने का दबाव बनाने के लिए उसे दिए जाने वाले 11.3 अरब डॉलर के कर्ज में से 3.5 अरब डॉलर कर्ज के हस्तांतरण पर रोक लगा दी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।