रॉकेट प्रक्षेपण में नाकामी की जांच में सहयोग करेंगे नायर
चेन्नई, 30 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष जी. माधवन नायर गत 25 दिसम्बर को रॉकेट प्रक्षेपण में मिली असफलता की जांच के लिए गठित विभिन्न दलों का मार्गदर्शन करेंगे।
नायर ने आईएएनएस को बताया, "मैं 'जियोसिंक्रोनस सेटेलाइट लांच वेहिकल' (जीएसएलवी) रॉकेट के प्रक्षेपण में मिली नाकामी से जुड़े आंकड़ों का अध्ययन कर रहे विभिन्न दलों का मार्गदर्शन करूंगा।"
ज्ञात हो कि गत 25 दिसम्बर को अत्याधुनिक संचार उपग्रह जीसेट-5पी को अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करने के लिए जीएसएलवी रॉकेट को श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया, लेकिन प्रक्षेपण के एक मिनट के भीतर ही रॉकेट अपने पथ से विचलित होकर टूटने लगा।
नायर ने कहा, "प्रक्षेपण में असफलता मिलने पर घोषणा की गई कि संचार तंत्र में तकनीकी खराबी की वजह से रॉकेट अपने पथ से भटका। हमने पाया है कि क्रायोजेनिक इंजन और निचले स्तर के इंजन के बीच स्थित कनेक्ट्रस टूट गए थे। हम इसकी जांच करेंगे कि ऐसा क्यों हुआ।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।