10वें दिन भी जारी है गुर्जरों का उपद्रव
भरतपुर जिले के छोकरा रेल फाटक पर बैठे गुर्जर आंदोलनकारियों में सरकार से बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल को भेजे जाने को लेकर आपसी मतभेद हो जाने के कारण आन्दोलन के समाधान के लिए मंगलवार को आंदोलनकारियों और सरकार के बीच दूसरे दौर की बातचीत नहीं हो सकी। भरतपुर जिले के छोकरा रेल फाटक पर बैठे गुर्जर आंदोलनकारियों में सरकार से बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल को भेजे जाने को लेकर आपसी मतभेद हो जाने के कारण आन्दोलन के समाधान के लिए मंगलवार को आंदोलनकारियों और सरकार के बीच दूसरे दौर की बातचीत नहीं हो सकी।
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राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता डॉ. रूप सिंह ने फोन पर बताया कि राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने सरकार से बातचीत करने के लिए 11 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल को भेजे जाने का फैसला कर प्रतिनिधियों के नाम तय कर दिए लेकिन पटरी जाम किए बैठे आन्दोलकारियों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने कर्नल बैंसला के फैसले को बदल कर प्रतिनिधिमंडल को जयपुर नहीं भेजने का निर्णय लिया।
राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता डॉ. रूप सिंह ने कहा कि महापड़ाव पर बैठे आन्दोलनकारियों ने एकमत से यह भी निर्णय लिया है कि सरकार से बातचीत करने या आन्दोलन के बारे में एकराय से फैसला होगा व्यक्तिगत स्तर पर नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार को हमनें चार प्रतिशत (एक प्रतिशत आरक्षण मौजूदा समय मिल रहा है ) का आदेश देने के लिए सात दिन का समय दे रखा है। तय समय में मांग पूरी नहीं हुई तो गुर्जरपंचायत एकमत से आन्दोलन की अगली रणनीति तय करेगी।