'भारत-चीन सीमा विवाद से पहले तिब्बत मसले का हल जरूरी'
तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री सेम्धोंग रिन्पोछे ने कहा, "जब तक तिब्बत का मसला नहीं सुलझता तब तक सीमा विवाद का स्थायी हल तलाशने की आस लगाना भारत और चीन के लिए कपोल कल्पना साबित होगा।"
तिब्बत की निर्वासित सरकार की वेबसाइट पर जारी रिन्पोछे के बयान में कहा गया है, "दरअसल कोई भारत-चीन सीमा नहीं है। इन दोनों देशों के सीमा विवाद में तिब्बत गुंथा हुआ है। सीमा विवाद का हल करने के लिए भारत-चीन दोनों जगह राजनीतिक इच्छा शक्ति की जरूरत होगी।"
उन्होंने कहा, "केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) दोनों एशियाई ताकतों के बीच स्थिर सम्बंध चाहता है।"
दलाई लामा 1959 में चीन से भारत चले आए थे। भारत में करीब एक लाख तिब्बती रहते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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