लगातार दूसरे सप्ताह बढ़ी खाद्यान्न महंगाई दर
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा मौद्रिक नीति को सख्त किए जाने के कारण 20 नवंबर को समाप्त के दौरान खाद्यान्न मुद्रास्फीति की दर घटकर 8.6 फीसदी हो गई थी, जो चार माह का निम्न स्तर था।
उधर, आरबीआई ने गुरुवार को जारी अर्ध तिमाही मौद्रिक समीक्षा में करीब-करीब सभी प्रमुख दरों को अपरिवर्तित रखा है। उसने केवल सांविधिक तरलता अनुपात को एक फीसदी घटाकर 24 फीसदी कर दिया है।
आरबीआई के इस कदम से लगता है कि उसे खाद्यान्नों की कीमतों में कमी की उम्मीद है और इसी कारण वह औद्योगिक विकास के लिए अधिक धन उपलब्ध कराना चाहता है।
चार दिसम्बर को समाप्त सप्ताह के दौरान गैर खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर घटकर 21.24 फीसदी हो गई थी जबकि इससे पूर्व के सप्ताह में यह 23.46 फीसदी थी।
पिछले साल के इसी सप्ताह के मुकाबले प्राथमिक वस्तुओं के सूचकांक में 13.25 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई जबकि ईंधन सूचकांक में 10.67 फीसदी की दर से वृद्धि हुई।
पिछले 52 सप्ताह की तुलना में विभिन्न वस्तुओं की कीमतों आया उतार-चढ़ाव निम्न हैं :
मोटे अनाज : 0.06 फीसदी
चावल : 1.47 फीसदी
गेहूं : (-) 4.24 फीसदी
दालें : (-) 11.46 फीसदी
सब्जियां : 0.99 फीसदी
फल : 19.75 फीसदी
दूध : 17.76 फीसदी
आलू : (-) 35.78 फीसदी
प्याज : 29.93 फीसदी
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।