पूर्व जिलाधिकारी सहित 8 के खिलाफ मामला दर्ज
झाबुआ। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से सम्बंधित सामग्री मुद्रण कार्य में कथित घोटाला मामले में झाबुआ के पूर्व जिलाधिकारी जगदीश शर्मा सहित आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। विशेष न्यायालय के आदेश पर लोकायुक्त संगठन ने इनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की है।पुलिस के अनुसार वर्ष 2008-09 में मनरेगा से सम्बंधित दस्तावेज के मुद्रण का कार्य शासकीय मुद्रणालय से कराने की बजाय निजी मुद्रणालय से कराया गया था। इंदौर के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि इस गड़बड़ी को लेकर विशेष न्यायालय झाबुआ में एक परिवाद दायर था। न्यायालय में दायर परिवाद पर लोकायुक्त को जांच सौंपी गई थी।
जांच
में
पाया
गया
है
कि
बाहर
से
मुद्रण
कार्य
कराने
से
शासन
को
करीब
27
लाख
रुपये
का
नुकसान
हुआ।
शासकीय
मुद्रणालय
से
जो
कार्य
पांच
लाख
83
हजार
रुपये
में
हो
सकता
था,
उसके
लिए
एक
निजी
मुद्रणालय
को
33
लाख
54
हजार
रुपये
का
भुगतान
किया
गया।लोकायुक्त
की
जांच
के
बाद
न्यायालय
के
आदेश
पर
तत्कालीन
जिलाधिकारी
शर्मा,
तत्कालीन
मुख्य
कार्यपालन
अधिकारी
जगमोहन
धुर्वे
व
छह
अन्य
के
खिलाफ
पद
के
दुरुपयोग,
धोखाधड़ी
और
आपराधिक
साजिश
का
मामला
दर्ज
किया
गया
है।