यूएई के राष्ट्रपति ने भारतीय समुदाय के योगदान की प्रशंसा की (लीड-1)
पाटील के इस दौरे का उद्देश्य खाड़ी देशों के साथ भारत के आर्थिक और ऊर्जा संबंधों को बढ़ावा देना है। यूएई में वह अबू धाबी के अलावा दुबई और शारजाह भी जाएंगी।
समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएम के अनुसार यूएई के राष्ट्रपति ने पाटिल की मुशरिफ पैलेस में सोमवार को अगवानी की। वहां पाटील ने गार्ड ऑफ आनर का निरीक्षण किया। पाटील को 21 तोपों की सलामी दी गई और भारतीय राष्ट्रगान बजाया गया।
पाटील रविवार की शाम अबूधाबी पहुंचीं। वहां यूएई के विदेश व्यापार मंत्री शेख लुब्ना बिन खालिद अल कासिमी, भारत में यूएई के राजदूत मोहम्मद सुल्तान अब्दुल्लाह अल अवैस और यूएई में भारत के राजदूत एम.के.लोकेश ने पाटील की अगवानी की।
शेख खलीफा ने कहा, "भारतीय राष्ट्रपति का यह दौरा भारत और यूएई के बीच बढ़ते सहयोग, मित्रता और ऐतिहासिक जुड़ाव का प्रतीक है। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे।"
उन्होंने एशिया में शांति एवं सुरक्षा का लक्ष्य प्राप्त करने में भारत की भूमिका पर जोर दिया।
दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच राजनीति, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और विज्ञान के विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई। उन्होंने शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग के महत्व को स्वीकार किया।
पाटील 26 नवम्बर को सीरिया के लिए रवाना होंगी। सीरिया के लिए किसी भारतीय राष्ट्रपति का यह पहला दौरा होगा।
वह सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के साथ दमस्कस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत में हिस्सा लेंगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।