PM ने DMK से कहा लूटो देश लूटो : गडकरी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने यहां शुक्रवार को 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला के लिए प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि कांग्रेस-द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के बीच हुई डील के तहत उन्होंने डीएमके को देश को लूटने की खुली छूट दी।
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लखनऊ स्थित सिटी मांटेसरी स्कूल में भाजपा द्वारा आयोजित 'नगरीय सुराज संकल्प सम्मेलन' के दौरान गडकरी ने संवाददाताओं को बताया कि 2जी स्पेक्ट्रम लाइसेंस की कीमतों को लेकर कांग्रेस और इसके सहयोगी दल डीएमके के बीच डील हुई थी। इसके तहत कांग्रेस ने स्पेक्ट्रम लाइसेंस की कीमतें तय करने का अधिकार मंत्री समूह (जीओएम) के बदले डीएमके को दे दिया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इस डील के तहत डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि 2जी स्पेक्ट्रम से संबंधित सभी शर्ते उन्हें मंजूर हैं, लेकिन कीमतें तय करने का अधिकार उनके मंत्री को दिया जाए। उस समय तत्कालीन वित्त सचिव ने इस पर ऐतराज जताते हुए इसे देशहित के खिलाफ बताया था, जबकि तत्कालीन कैबिनेट सिचव ने अपने पत्र में साफ तौर पर लिखा था कि प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार स्पेक्ट्रम आवंटन की कीमतें तय करने का अधिकार डीएमके के पास रहेगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने डीएमके को देश को लूटने की खुली आजादी दी, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि वर्ष 2006 में कांग्रेस और डीएमके बीच यह डील नहीं हुई होती तो 1.76 लाख करोड़ रुपये का यह घोटाला नहीं होता।उन्होंने कहा कि एक निजी समाचार चैनल ने गुरुवार को रिपोर्ट प्रसारित कर इस संबंध में कागजात होने का दावा किया।
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इस घोटाले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना चहिए, इस पर गडकरी ने कहा कि भाजपा ने मामले की जांच एक संयुक्त संसदीय सिमति (जेपीसी) से कराने की मांग की है। उधर, जमीन घोटाले के आरोप में फंसे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के अपने पद से इस्तीफा देने के सवाल पर गडकरी ने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।