रिश्वतखोर मंत्री का नाम बताएं रतन टाटा: इब्राहिम
टाटा समूह के चेयरमैन ने सोमवार को उत्तराखंड के स्थापना दिवस के मौके पर खुलासा किया था कि कुछ साल पहले जब टाटा समूह विमानन कंपनी शुरू करने जा रहा था, तब एक मंत्री ने उनसे पंद्रह करोड़ रुपए बतौर रिश्वत मांगे थे। बाद में उन्होंने तीन-तीन प्रधानमंत्रियों से संपर्क किया, फिर भी भ्रष्टाचार की परत तोड़ने में नाकाम रहे और विमानन सेवाओं का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया।
इब्राहिम ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि टाटा ने किसी मंत्री का नाम नहीं लिया। मैं प्रधानमंत्री को पत्र लिख रहा हूं और इस मामले में सीबीआई जांच का अनुरोध करूंगा ताकि चीजें स्पष्ट हो सकें। इब्राहिम ने कहा कि उनके कार्यकाल में सरकार की नीति थी कि किसी विदेशी एयरलाइन कंपनी को इंडियन एयरलाइंस में हिस्सेदारी नहीं दी जाएगी। इसीलिए मैंने रतन टाटा से कहा था कि आप अकेले आइए न कि किसी विदेशी सहयोगी के साथ। नीति के तहत मैंने देश की हजारों करो़ड रूपए की राशि बचाई।