सड़क विस्तार के लिए विश्व बैंक से आर्थिक सहायता की मांग
आधिकारिक बयान के मुताबिक इस राशि से 3,770 किलोमीटर लंबी सड़क को दो लेन का बनाने की योजना है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि कमलनाथ गुरुवार को विश्व बैंक के अध्यक्ष रॉबर्ट जोलिक से सिंगापुर में मिले और इस योजना पर बात की। उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ट्रेनिंग ऑफ हाइवे इंजीनियर्स (एनआईटीएचई) को सुदृढ़ बनाने के लिए भी विश्व बैंक से सहायता की मांग की।
नोएडा स्थित एनआईटीएचई परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधीन सड़क मार्ग क्षेत्र में क्षमता निर्माण की भारत की शीर्ष संस्था है।
मंत्री इस संस्था को राजमार्ग इंजीनियरों के लिए एशिया का सबसे बड़ा केंद्र बनाना चाहते हैं।
विश्व बैंक ने इससे पहले 4.5 करोड़ डॉलर का ऋण देने का वादा किया है, जिसके तहत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण में क्षमता निर्माण और संस्थान को सुदृढ़ करने का कार्य किया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।