शिक्षा क्षेत्र में प्रतिमान बदले : सिब्बल (लीड-1)
यहां विश्व शिक्षा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सिब्बल ने कहा, "शिक्षा क्षेत्र के लिए आधारभूत संरचना के निर्माण और वर्ष 2020 तक कुल 30 प्रतिशत नामांकन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए निजी क्षेत्र की बड़ी भूमिका जरूरी है।"
केंद्रीय मंत्री ने शिक्षा के ढांचे में परिवर्तन लाने पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा, "शिक्षा बच्चों पर केंद्रित होनी चाहिए, परीक्षा पर केंद्रित नहीं।"
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित उच्च शिक्षा सम्मेलन में सिब्बल ने कहा, "वर्ष 2020 तक 30 प्रतिशत जीईआर (कुल नामांकन अनुपात) का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए 800 नए विश्वविद्यालयों और 40,000 नए महाविद्यालयों की आवश्यकता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में वैश्विक साझेदारी और निजी क्षेत्र की भूमिका बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि हालांकि निजी क्षेत्र के संस्थानों को जवाबदेही के मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है।
इस क्षेत्र में वैश्विक साझेदारी की आवश्यकता बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत में रोजगार के अवसर मौजूद हैं लेकिन इसके लिए जरूरी कुशल मानव संसाधनों का अभाव है।
इस सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में ब्रिटेन के विश्वविद्यालय एवं विज्ञान मंत्री डेविड विलेट्स ने हिस्सा लिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।