संसद की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित (लीड-2)
इस बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस के सांसद भी लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के आसन के निकट पहुंच गए और उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) नेता के.एस. सुदर्शन द्वारा सोनिया गांधी के विरुद्ध समाचार पत्रों में दी गई टिप्पणी का विरोध किया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य लोकसभा के आसन के निकट जाकर 2जी स्पेक्ट्रम घोटोले के आरोपों से घिरे केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ए. राजा के इस्तीफे की मांग करते नारे लगाने लगे। विपक्ष ने भ्रष्टाचार के अन्य मामलों पर भी जमकर हंगामा किया। इस कारण लोकसभा की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे और फिर सोमवार तक स्थगित कर दी गई।
एआईएडीएमके, शिवसेना और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्य भी विरोध में शामिल हो गए। वामदलों के सदस्य अपनी सीट से ही नारे लगाते नजर आए।
भाजपा के विरोध का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस सांसद भी लोकसभा अध्यक्ष के आसन की ओर बढ़े और आरएसएस के खिलाफ नारे लगाने लगे।
हंगामे के कारण लोकसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। शुक्रवार को संसद में स्वत: अवकाश रहता है।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही राजा के इस्तीफे की मांग को लेकर जमकर हंगामा हुआ। भाजपा और अन्य विपक्षी दल राजा के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं। भाजपा राजा को हटाए जाने के साथ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग कर रही है।
राजा के इस्तीफे की मांग पर अड़े विपक्ष का हंगामा थमता न देख लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी थी। कार्यवाही दोबारा आरम्भ होने पर भी हंगामा नहीं थमा।
लोकसभा जैसी स्थिति राज्यसभा में भी रही। कांग्रेस सदस्यों ने के. सुदर्शन की टिप्पणी का विरोध किया। भाजपा और एआईएडीएमके सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री राजा की बर्खास्तगी की मांग की, क्योंकि कैग ने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में राजा की भूमिका के 'संकेत' दिए हैं।
राजा के इस्तीफे और भ्रष्टाचार को लेकर हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक स्थगित की गई। कार्यवाही फिर से आरम्भ होने पर भी हंगामा नहीं थमा।
सभापति हामिद अंसारी सदस्यों को अपनी सीट पर लौट जाने के लिए बार-बार कहते रहे। इसके बाद उन्होंने उच्च सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।