भारत और मलेशिया के बीच सीईसीए पर वार्ता पूरी
कुआलालम्पुर, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और मलेशिया ने बुधवार को व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) पर बातचीत के पूरी होने का ऐलान किया। दोनों देशों का कहना है कि इससे द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा मिलेगी।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके मलेशियाई समकक्ष नजीब तुन रजाक की ओर से कहा गया है कि इस समझौते पर अगले वर्ष 31 जनवरी तक हस्ताक्षर कर लिए जाएंगे और जुलाई से यह करार प्रभावी हो जाएगा।
इसी साल जनवरी में नई दिल्ली का दौरा करने वाले रजाक ने कहा कि दोनों देशों ने बहुत ही उत्साहजनक द्विपक्षीय बातचीत की है। उन्होंने एक सवांददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी यह इच्छा थी कि प्रधानमंत्री सिंह का मलेशिया दौरा उनके भारत दौरे की तरह ही 'महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक' रहे।
मलेशियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि सीईसीए भारत और मलेशिया के संबंधों में मील का पत्थर है। उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और दूसरे आर्थिक जुड़ावों को उत्साहजनक बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि वह भारत को एक आर्थिक ताकत के रूप में तब्दील करने के लिए मनमोहन सिंह के बड़े प्रशंसक हैं। व्यापारिक मसलों के अलावा दोनों नेताओं ने सैन्य सहयोग, समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद, उच्च शिक्षा और वीजा मसले भी बातचीत की।
प्रधानमंत्री सिंह ने कहा कि इस दौरे पर उनकी वार्ता से दोनों देशों के बीच बहुआयामी साझेदारी की बुनियाद पड़ी है। उन्होंने कहा, "सीईसीए से हमारे आर्थिक रिश्तों में बहुत ठोस बदलाव आएगा।"
सिंह और रजाक ने छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें पारम्परिक औषधि, सेवाओं में सहयोग, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम में सहयोग से जुड़े समझौते शामिल हैं।
प्रधानमंत्री सिंह अपने एशियाई दौरे के दूसरे पड़ाव में मलेशिया पहुंचे हैं। इससे पहले वह जापान गए थे और उनका वियतनाम भी जाने का कार्यक्रम है जहां वह चीन व कई अन्य देशों के नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकातें करेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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