भारत में अभिव्यक्ति की बहुत अधिक आजादी है : फारुख अब्दुल्ला
अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से यहां कहा, "भारत में अभिव्यक्ति की बहुत अधिक आजादी है, जिसका कुछ भारतीय नाजायज लाभ उठा रहे हैं और देश को क्षति पहुंचा रहे हैं। जिस तरीके से वे आजादी को इस्तेमाल कर रहे हैं, वह अंतहीन रास्ता है।" अब्दुल्ला उस प्रश्न पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें पूछा गया था कि सरकार लेखिका व सामाजिक कार्यकर्ता अरुं धति रॉय के खिलाफ देशद्रोह का मामला लगाने पर विचार कर रही है। रॉय ने कश्मीर को देश से अलग करने की वकालत की है।
अब्दुल्ला ने कहा, "देश ने आजादी दी है, लेकिन यह लोगों पर निर्भर है कि इसे किस तरह इस्तेमाल करते हैं। यह लोगों पर निर्भर है कि वह महसूस करें कि क्या सही है क्या गलत है। यह तय करना व्यक्तिगत मामला है कि क्या कहना है, क्या नहीं कहना है।"
ज्ञात हो कि कश्मीर पुलिस रॉय द्वारा रविवार को श्रीनगर में एक संगोष्ठी में दिए गए भाषण का परीक्षण कर रही है, जिसमें उन्होंने कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर भारत का कभी भी हिस्सा नहीं था और 1947 में ब्रिटिश साम्राज्यवाद का स्थान भारतीय उपनिवेशवाद ने ले लिया। उनके साथ मंच पर कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली गिलानी भी थे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को गिलानी और रॉय की गिरफ्तारी की मांग की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।