जॉन्सन एंड जॉन्सन पर करोड़ों पाउंड के जुर्माने का खतरा
कई रोगियों को कूल्हा के ऑपरेशन के बाद असहनीय पीड़ा हो रही थी। उनमें से कुछ तो चल पाने में भी असमर्थ हो गए थे। अब उनमें से कुछ रोगी जॉन्सन एंड जॉन्सन के अस्थि रोग विभाग पर हर्जाने का दावा करने की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें कम्पनी को लगभग 35 करोड़ पाउंड का चूना लग सकता है।
डेली मेल में प्रकाशित खबर के मुताबिक 10,000 से अधिक रोगियों को उनके कूल्हे के ऑपरेशन की समीक्षा करने के लिए हॉस्पीटल बुलाया गया है। इन रोगियों में लगाए गए कृत्रिम जोड़ में इस्तेमाल किए कुछ अवयवों के घिस जाने के कारण रोगियों को ट्यूमर और खून में जहरीली धातु के फैलने की समस्या सामने आ रही है।
रोगियों के कूल्हों में जिस धातु का इस्तेमाल किया गया है उनके घिस जाने के कारण खून में क्रोमियम और कोबाल्ट फैल गया है जिसके कारण रोगी को सूजन और जलन और ट्यूमर की समस्या हो रही है।
विशेषज्ञों ने कहा है कि ये धातु शरीर में प्राकृतिक तौर पर होते हैं, लेकिन जिन रोगियों ने डिपुई से कूल्हे लगवाए हैं, उनके शरीर में ये धातु अधिकतम सीमा से 100 गुणा तक अधिक पाए गए हैं।
वैज्ञानिकों ने रोगियों में हो रहे कैंसर को इन्हीं धातु के फैलाव से जोड़ा है और करीब 1000 रोगियों ने दर्द से मुक्ति पाने के लिए कृत्रिम रूप से लगाए गए अवयव हटवा लिए हैं।
उधर ली डे एंड कम्पनी करीब सप्ताह भर के अंदर 78 रोगियों की तरफ से सामूहिक तौर पर कम्पनी को दावों की एक चिट्ठी भेजने वाली है। इनमें से 34 रोगियों ने पहले ही ऑपरेशन में लगाए गए कृत्रिम अवयव हटवा लिए हैं।