तालिबान का समर्थन नहीं कर रही आईएसआई : मुशर्रफ
समाचार चैनल 'एबीसी' के एक कार्यक्रम में साक्षात्कार के दौरान मुशर्रफ ने कहा, "जमीनी हकीकतों के बारे में गलतफहमी के चलते वर्ष 2004 से ही इस तरह के बयान आ रहे हैं और मुझे इन बयानों पर कड़ी आपत्ति है।" मुशर्रफ उस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे थे, जिसमें कहा गया था कि आतंकवाद के खिलाफ पिछले नौ साल से छेड़े गए वैश्विक युद्ध के बावजूद पाकिस्तान अलकायदा के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई नहीं कर रहा है।
उन्होंने कहा, "आतंकवादियों के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई न करने लिए पाकिस्तान पर हमेशा आरोप लगता रहा है। लेकिन मैं इससे बिल्कुल असहमत हूं। पाकिस्तान अलकायदा के खिलाफ कारगर कदम उठा रहा है।" मुशर्रफ ने कहा, "पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई नहीं कर रही है। इस बयान का सामान्यीकरण न करें। उसने अपने 2,000 जवान गंवाए हैं। इसका मतलब क्या यही होता है कि हम कारगर कदम काम नहीं उठा रहे हैं।"
उन्होंने देश में मतभेद को खत्म करने के लिए राजनीति सुलह पर जोर दिया। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, "हमारी रणनीति हमेशा समझौते को हासिल करने की रही है। इसी वजह से हम पश्तून को तालिबान से जीत पाने में सफल रहे हैं। अब जब सभी लोग उदारवादी तालिबान से राजनीतिक समझौता करने के लिए बातचीत करना चाहते हैं तब बातचीत करने के मेरे विचार की पुष्टि हो रही है।"
मुशर्रफ ने पश्चिमी देशों के उस आरोप की निंदा की जिसमें कहा गया था कि समाज में चरमपंथ के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। उन्होंने कहा, "हम विस्फोटों और आत्मघाती हमलों को रोजाना झेल रहे हैं, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान जा रही है।" गौरतलब है कि मुशर्रफ ने एक अक्टूबर को 'ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग' (एपीएमएल) नाम से एक राजनीति दल का गठन किया। वह वर्ष 2013 के आम चुनावों के दौरान चुनावी मैदान में उतरेंगे।