इसके साथ ही भारत ने चार साल पहले मेलबोर्न राष्ट्रमंडल खेल में मिले 22 स्वर्ण पदकों से ज़्यादा स्वर्ण दिल्ली में जीत लिया है. भारत ने सबसे ज़्यादा स्वर्ण मैनचेस्टर राष्ट्रमंडल खेलों में वर्ष 2002 में जीता था. उस समय भारत ने 30 स्वर्ण पदक जीते थे.
पुरुष वर्ग के 50 मीटर थ्री पोज़ीशन राइफ़ल में गगन नारंग ने स्वर्ण जीता. ये इस राष्ट्रमंडल खेल में उनका चौथा स्वर्ण पदक है. इसके अलावा पुरुषों के 25 मीटर सेंटर फ़ायर पिस्टल पेयर वर्ग में विजय कुमार और हरप्रीत सिंह ने भी सीधे स्वर्ण पर निशाना लगाया.
लेकिन निशानेबाज़ी में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफ़ल पेयर वर्ग में सुमा शिरूर और कविता यादव को काँस्य पदक ही मिल पाया. महिला पहलवानों के बाद शनिवार को बारी थी पुरुष पहलवानों की. पुरुषों की फ़्री स्टाइल 60 किलोग्राम कुश्ती वर्ग में भारत के योगेश्वर दत्त ने स्वर्ण पदक जीता.
नरसिंह यादव ने कुश्ती में स्वर्ण जीता
तो 74 किलोग्राम वर्ग में नरसिंह यादव स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे. टेनिस में भारत के लिए अच्छी ख़बर नहीं रही. भारत की सानिया मिर्ज़ा महिला टेनिस के एकल मुक़ाबले का फ़ाइनल हार गईं. फ़ाइनल में उन्हें अनास्तेसिया रोडियोनोवा ने 6-3, 2-6 और 7-6 से मात दी. भारत को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा.
पुरुषों के डबल्स में भारत के लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी ने कांस्य पदक जीता. उन्होंने अपने देश के रोहन बोपन्ना और सोमदेव देववर्मन की जोड़ी को सीधे सेटों में हराकर कांस्य जीता. भारोत्तोलन में भारत को एक और कांस्य पदक मिला. 75 किलोग्राम वर्ग में भारत की मोनिका देवी ने कांस्य पदक जीता.
एथलेटिक्स में भारत को एक और कामयाबी मिली, जब हरजिंदर सिंह ने 20 किलोमीटर पैदल चालन में कांस्य पदक जीता. भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम ने नाइजीरिया को हराकर काँस्य पदक पा लिया.
मुक्केबाज़ी में भारत के अखिल कुमार और मनप्रीत सिंह ने अपने-अपने मैच जीत लिए. तो हॉकी में भारतीय महिलाओं ने दक्षिण अफ़्रीका को 3-1 से मात तो दे दी, लेकिन सेमी फ़ाइनल में पहुँचने में नाकाम रहीं.