शेयर बाजारों में गिरावट, सेंसेक्स 195, निफ्टी 40 अंक फिसला (साप्ताहिक समीक्षा)
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स इस सप्ताह 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 20,250 अंक पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी 0.65 प्रतिशत गिरकर 6,103 अंक पर बंद हुआ।
दूसरी ओर, बीएसई का मिडकैप सूचकांक इस सप्ताह 117 अंक (1.42 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 8,313 अंक पर बंद हुआ। स्मॉलकैप सूचकांक 108 अंक (1.04 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 10,512 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई के एफएमसीजी (-3.2 प्रतिशत), पूंजीगत वस्तुएं (-1.08 प्रतिशत), प्रौद्योगिकी (-0.79 प्रतिशत) और सूचना प्रौद्योगिकी (-0.77 प्रतिशत) सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज करने वाले क्षेत्रीय सूचकांक रहे। धातु (0.71 प्रतिशत), ऑटोमोबाइल्स (0.57 प्रतिशत) और बैंकिंग (0.47 प्रतिशत) सूचकांकों में भी इस सप्ताह गिरावट दर्ज की गई।
वहीं हेल्थकेयर (3.2 प्रतिशत) और तेल एवं गैस (1.91 प्रतिशत), टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुएं (0.76 प्रतिशत) और रियल्टी (0.39 प्रतिशत) बढ़त के साथ बंद होने वाले सूचकांक रहे।
सेंसेक्स में रिलायंस कम्युनिकेशन (7 प्रतिशत), जयप्रकाश एसोसिएट्स (6 प्रतिशत), रिलायंस इंडस्ट्रीज (4 प्रतिशत), और सिप्ला (4 प्रतिशत) इस सप्ताह सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज करने वाले शेयर रहे। वहीं टाटा स्टील (-6 प्रतिशत), हिंदुस्तान यूनिलीवर (-5 प्रतिशत), एचडीएफसी बैंक (-4 प्रतिशत) और भारती एयरटेल (-4 प्रतिशत) गिरावट दर्ज करने वाले शेयर रहे।
देश में खाद्य पदार्थो की महंगाई दर 25 सितम्बर को समाप्त सप्ताह में 16.24 प्रतिशत के स्तर पर रहने से भारतीय रिजर्व बैंक पर सख्त मौद्रिक नीति जारी रखने का दबाव बना हुआ। दूसरी ओर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2010 में देश की विकास दर 9.7 प्रतिशत रहने का अनुमान बाजार के लिए सकारात्मक संकेत रहा।
अमेरिकी शेयर बाजारों में इस सप्ताह बढ़त का रुख रहा। डाउ जोंस इस सप्ताह 1.6 प्रतिशत और एस एण्ड पी 500 सूचकांक 1.7 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुए। इस सप्ताह नैस्डाक में भी 1.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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