अगले 8 सालों तक गंभीर भुखमरी झेलेंगे 22 देश
दुनिया में हर छह सेकेंड में भूख से संबंधित बीमारियों के कारण एक बच्चे की मौत होती है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दीर्घकालिक खाद्य संकट झेल रहे देशों में कुपोषित लोगों की संख्या अन्य विकासशील देशों की तुलना में ज्यादा है।
संयुक्त राष्ट्र की इस सूची में अफगानिस्तान, अंगोला, बुरुंडी, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, चाड, कांगो, आइवरी कोस्ट, उत्तर कोरिया, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, इरीट्रिया, इथोपिया, गुयाना, हैती, इराक, केन्या, लाइबेरिया, सीरिया लियोन, सोमालिया, सूडान, ताजिकिस्तान, युगांडा और जिम्बाम्बे शामिल हैं।
संगठन के मुताबिक जरूरत की 10 प्रतिशत विदेशी सहायता मिलने पर भी दीर्घकालिक खाद्य संकट वाले इन देशों में खाद्यान्नों की कमी अगले आठ साल तक बनी रह सकती है।
संयुक्त
राष्ट्र
के
दोनों
संगठनों
में
अपने
बयान
में
कहा,
"संकट
से
ग्रस्त
इन
देशों
को
दी
जा
रही
मदद
की
मात्रा
पर
दोबारा
विचार
की
जरूरत
है।"
खाद्य
एवं
कृषि
संगठन
(एफएओ)
और
वर्ल्ड
फूड
प्रोग्राम
(डब्ल्यूएफपी)
की
संयुक्त
रिपोर्ट
'विश्व
में
खाद्य
असुरक्षा
की
स्थिति'
में
ये
निष्कर्ष
प्रस्तुत
किए
गए
हैं।
पिछले महीने एफएओ ने कहा था कि विश्व में भूखे लोगों की संख्या वर्ष 2009 में दर्ज की गई 1.02 अरब लोगों की संख्या से घटकर 92.5 करोड़ हो गई है।
एफएओ ने कहा कि भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या में यह कमी वर्ष 2010 में आर्थिक हालात में सुधार के चलते हुई है और वर्ष 2008 के मध्य के खाद्यान्न कीमतों के कम होने के कारण आई है।