झारखण्ड: पैसे के लालच में 16 वर्षीय किशोर की नसबंदी
सुकुरहुट्टु गांव के रहने वाले 16 वर्षीय पवन नायक की 31 जुलाई को नसबंदी कर दी गई थी। पवन अपने पड़ोसी के साथ रांची के कांके प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए गया था।
वहां एक कागज पर पवन का अंगूठा लगवा लिया गया। कागज पर पवन की उम्र 28 वर्ष लिखी थी और साथ ही यह भी दिया था उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं। सहायक चिकित्सक के साथ पवन को लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे उनके पड़ोसी के भी इस मामले में कथित तौर पर शामिल होने की बात कही जा रही है।
पवन ने संवाददाताओं को बताया, "मुझसे कुछ कागजों पर अंगूठा लगाने के लिए कहा गया, मैंने ऐसा ही किया। मुझे कुछ दवाएं लेने के लिए कहा गया और मुझे 1,100 रुपये दिए गए। इस मामले से जुड़े दोनों लोगों में से एक ने मुझसे 500 रुपये और दूसरे ने 200 रुपये लिए।"
पवन को तीन दिन पहले ही सच्चाई का पता उस समय चला जब उसके पड़ोसियों ने वे कागज देखे जिन पर उसने अंगूठा लगाया था। उन्होंने उसे उसकी नसबंदी होने की बात बताई तो पवन अवाक् रह गया। उसने डॉक्टरों को इसकी जानकारी दी। डॉक्टरों के एक दल ने शुक्रवार को पवन की जांच करने के बाद पुष्टि की कि उसकी नसबंदी हो चुकी है।
रांची के सरकारी डॉक्टर बी.के. सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि यह राहत की बात है कि बिना शल्य चिकित्सा के नसबंदी की गई है। उन्होंने कहा, "यह नसबंदी दवाओं के जरिए की गई है इसलिए हम इसके प्रभाव को खत्म करने के लिए इलाज कर रहे हैं।"