झारखंड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने साबित किया बहुमत
सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव व उपमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विश्वास प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद इस पर चर्चा आरंभ हुई। चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के कृष्णानंद त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि सिर्फ सत्ता के लिए यह सरकार बनी है। उद्योगपतियों के इशारे पर भाजपा और झामुमो में यह बेमेल गठबंधन हुआ है। उन्होंने दावे के साथ कहा कि यह सरकार किसी भी सूरत में अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी।
उल्लेखनीय
है
कि
मुंडा
ने
गत
शनिवार
को
राज्य
के
आठवें
मुख्यमंत्री
के
रूप
में
शपथ
ग्रहण
की
थी।
उन्होंने
दो
निर्दलीयों
सहित
झामुमो,
ऑल
झारखण्ड
स्टूडेंट्स
यूनियन
(आजसू)
और
जनता
दल
(यूनाइटेड)
के
45
विधायकों
के
समर्थन
का
दावा
किया
था।
झारखण्ड
विधानसभा
में
वर्तमान
में
80
सदस्य
हैं।
80 सदस्यीय वर्तमान विधानसभा में भाजपा और झामुमो के 18-18, आजसू के 5, जद (यू) के दो, कांग्रेस के 13, झारखण्ड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के 11, राजद के 5 और भाकपा (माले), मार्क्सवादी समन्वय समिति, झारखण्ड पार्टी (एक्का), झारखण्ड जनाधिकार मंच और आरकेपी के एक-एक सदस्य हैं। तीन सदस्य निर्दलीय हैं।