पूर्वोत्तर राज्यों की मांग, केंद्र घटाए गैस के दाम
अगरतला। पूर्वोत्तर राज्यों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह विभिन्न विद्युत परियोजनाओं में उपयोग की जाने वाली प्राकृतिक गैस के मूल्य घटाए। त्रिपुरा के मंत्री के मुताबिक पूर्वोत्तर के सात राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों ने पिछले सप्ताह नई दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री मुरली देवड़ा से मुलाकात की और उनसे कहा कि सरकार ने यदि गैस के दाम नहीं घटाए तो पूर्वोत्तर के लोगों को बिजली की दरों में भारी बढ़ोत्तरी का बोझ उठाना पड़ेगा।
त्रिपुरा के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री माणिक डे ने बताया "पूर्वोत्तर क्षेत्र में 48 प्रतिशत से अधिक बिजली का उत्पादन गैस आधारित विद्युत परियोजनाओं से होता है।" डे के अनुसार पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने हाल ही में प्राकृतिक गैस के दाम 2,112 रुपये से बढ़ाकर 5,152 रुपये प्रति 1,000 स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एससीएम) कर दिए गए। साथ ही 10 प्रतिशत अधिशुल्क तथा 12.5 प्रतिशत मूल्य वर्धित कर (वैट) लगा दिया गया। डे ने कहा, "प्राकृतिक गैस के मूल्य में 116 प्रतिशत वृद्धि से बिजली की दरें अपने आप बढ़ जाएगी।"
पूर्वोत्तर के ऊर्जा मंत्रियों द्वारा केंद्रीय मंत्रियों को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है, "ट्रांसमिशन एवं वितरण प्रणाली तथा आधारभूत ढांचा अधूरा होने के कारण क्षेत्र में ऊर्जा के मामले में प्रगति पहले से ही निरुद्ध है।" ज्ञापन में कहा गया है कि गैस के दाम बढ़ने से न केवल घरेलू उपभोक्ता, बल्कि क्षेत्र का औद्योगिक विकास भी बुरी तरह प्रभावित होगा।