ईरानी समाचारपत्र ने कार्ला ब्रूनी को वेश्या घोषित किया
लंदन। ईरान में महिलाओं की क्या हालत होगी और वहां किसी औरत के लिए सम्मान के साथ जीना कितना मुश्किल होगा, इस बात का अंदाजा इस वालकये से लगाया जा सकता है। ईरान के मुखपत्र माने जाने वाले एक समाचार पत्र में फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी की पत्नी और पेशे सेमॉडल कार्ला ब्रूनी को वेश्या लिखा गया है।
कार्ला ब्रूनी का कसूर सिर्फ इतना है कि उन्होने ईरान की एक अदालत द्वारा व्यभिचार की आरोपी एक महिला को पत्थर मार कर सजा-ए-मौत देने के फैसले का विरोध किया था। अब ब्रूनी की ये हरकत ईरान के महिलाविरोधी हुक्मरानों को नागवार गुजरी। और उन्होने ब्रूनी को उनकी बेबाक बयानबाजी के चलते वेश्या करार दे दिया।
पूर्व सुपरमॉडल ब्रूनी दो साल पहले सरकोजी की तीसरी पत्नी बनी थीं। ब्रूनी ने 43 वर्षीय महिला सकीनेह मोहम्मदी अश्तियानी की रिहाई के लिए एक याचिका पर हस्ताक्षर किए थे। ईरान में दो बच्चों की मां अश्तियानी को व्याभिचार के आरोप में पत्थरों से मार-मारकर मौत के घाट उतारे जाने की सजा सुनाई गई है। उस पर आरोप है कि उसने अपने पति से बेवफाई की थी और उसके बाद उसकी हत्या में मदद की थी।
समाचार पत्र 'डेली मेल' के मुताबिक इस घटना के बाद ईरानी दैनिक समाचार व देश की इस्लामी सत्ता के मुखपत्र 'केहम' ने 42 वर्षीय ब्रूनी पर ढोंगी होने का आरोप लगाया। ईरानी दैनिक के संपादकीय में ब्रूनी के प्रेम जीवन पर सवाल उठाए गए हैं और उनके कई हस्तियों से रहे प्रेम संबंधों को निशाना बनाया गया है। 'फ्रेंच प्रोस्टिट्यूट्स ज्वॉइन द ह्यूमन राइट्स प्रोटेस्ट' शीर्षक से प्रकाशित इस लेख में ब्रूनी-सरकोजी और उनकी मित्र व अभिनेत्री ईसाबेल अदजानी का जिक्र है। ईसाबेल ने भी सकीनेह की रिहाई की मांग का समर्थन किया था।
गौरतलब है कि ईरानी दैनिक 'केहम' को इस्लामी क्रांति की विचारधारा की रक्षा के मकसद से प्रकाशित किया जाता है। राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद की सरकार की निगरानी में इसका प्रकाशन होता है। ईरानी टेलीविजन ने भी ब्रूनी-सरकोजी के सकीनेह को समर्थन देने पर उनका विरोध किया है। टेलीविजन पर कहा गया है कि वह अपनी अनैतिकता को न्यायसंगत ठहराने के लिए इस मामले का इस्तेमाल कर रही हैं।