300 फीसदी वृद्धि से नाखुश, 500 फीसदी वृद्धि की मांग कर रहे सांसद
300 प्रतिशत की वृद्धि के बाद सांसदों का वेतन 16,000 रुपये प्रतिमाह से तीन गुना बढ़कर 50,000 रुपये हो गया है। मगर विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने इसे नाकाफी बताते हुए लोकसभा में खूब हंगामा किया।
पढ़ें
सांसदों
का
वेतन
300
प्रतिशत
बढ़ा
सपा,
राजद
और
जनता
दल
युनाइटेड
तथा
अन्य
दलों
के
सांसदों
ने
कम
वेतन
वृद्धि
का
विरोध
किया
और
प्रस्तावित
वेतन
वृद्धि
को
वापस
लेने
की
मांग
की।
राजद
अध्यक्ष
लालू
प्रसाद
यादव
और
सपा
अध्यक्ष
मुलायम
सिंह
यादव
ने
विरोध
की
शुरुआत
की।
उन्होंने
सांसदों
को
सचिव
के
वेतन
से
एक
रुपये
अधिक
80,001
रुपये
प्रतिमाह
वेतन
देने
की
मांग
की।
सांसदों ने लोकसभा में 'हमारा वेतन वापस लो, वापस लो, वापस लो" के नारे लगाते हुए बवाल किया जिसके कारण संसद स्थगित करनी पड़ी। लालू प्रसाद यादव ने आरोप लगाया कि कम वेतन बढ़ाकर सरकार ने सांसदों का अपमान किया है।
पढ़ें मनोंरजन की खबरें | जानें देश-दुनिया का हाल | डालें एक नजर मौसम के मिजाज़ पर
सांसदों का कहना है कि यह वृद्धि संसदीय समिति की सिफारिशों से काफी कम है जिसमें कहा गया था कि सांसदों को सरकारी सचिवों से अधिक वेतन मिलना चाहिए, क्योंकि वे वरीयता क्रम में उनसे ऊपर हैं। समिति ने इसे बढ़ाकर 80, 001 रुपये करने की सिफारिश की थी।