सिरसा में डेरा सच्चा ने फिर तोड़ा रक्त दान का रिकॉर्ड
सिरसा। रक्त दान महादान होता है. हमें रक्तदान जरुर करना चाहिए. ये बाते आमतौर पर लोगों को जागरूक करने के लिए कही जाती है, ताकि लोग इसकी जरुरत जाने और आगे आकर लोगो की जिंदगियां बचाएं. लेकिन जहाँ एक लाख से ज्यादा लोग इक्ट्ठे हों और कतार मे इस विश्वास से लगे हों कि चाहे कुछ हो जाए. रक्त देकर ही जाना है तो उन लोगों के इस जज़्बे को क्या नाम देंगे.
ये कोई कल्पना नही हकीकत है. सिरसा के डेरा सच्चा सौदा के आह्वान पर 8 अगस्त को संत महाराज गुरमीत राम रहीम जी के जन्म माह के पावन उपलक्ष्य पर विशाल रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में करीब एक लाख से ज्यादा भक्तों ने ना सिर्फ इसमें हिस्सा लिया बल्कि 43,732 यूनिट रक्त दान कर इतिहास रच दिया.
डेरा के प्रवक्ता पवन इंसा ने विस्तार से बताया कि अलग अलग राज्यो से 90 टीम रक्त लेने पहुँची और दो लाख स्कवेयर फीट मे बने सच खंड हाल मे 2500 पलंग लगाए गए. 7000 सेवादार, 50 चिकित्सक, 500 पैरामेडिकल स्टाफ के साथ 200 काउंटर रजिस्ट्रेशन के लिए बनाए गए. इतना ही नहीं जबरदस्त हूजूम देखते हुए सुरक्षा के कडे इंतजाम भी किए गए ताकि कोई अनहोनी होने पर निबटा जा सके. सुबह सात बजे शुरू हुअ यह शिविर रात्रि 10 बजे तक चला. लोगो मे रक्त दान के प्रति इतना जुनून इतना जुडाव किसी आश्चर्य से कम नही था.
इससे पहले भी दर्ज किए कई रिकॉर्ड
हम आपको बता दें कि इससे पहले 7 दिसम्बर 2003 को शाह सतनाम जी धाम मे 15,432 यूनिट रक्त एकत्र किया गया था. 10 अक्टूबर 2004 को राजस्थान के गुरुसर मोडिया में 17,921 यूनिट रक्त एकत्र किया गया था. रक्तदान शिविर के लिए पहले से ही इनका नाम लिमका बुक और गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है और कोई दो राय नही कि कल हुए इस विशाल रक्तदान कैम्प ने पिछ्ले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. इंडियन सोसाइटी आफ वर्ल्ड ब्लड ट्रांसफ्यूजन एंड एम्यूनोहाईमोटोलाजी संस्था द्वारा भी प्रंशसा पत्र जारी किया गया है.
गौरतलब है कि डेरा सिर्फ रक्त दान में ही नहीं बलिक समाज सेवा के अन्य क्षेत्रो मे और भी कई कीर्तिमान स्थापित कर चुका है. जैसे कि पौधे लगाने में इसने नया विश्व रिकॉर्ड बनाया. डेरा सच्चा सौदा की ग्रीन एस वेलफेयर के जांबाज अपने में उदाहरण हैं. किसी भी तरह की आपदा का मुँह तोड़ जवाब देने को तैयार रहते हैं. हाल ही में आई बाढ़ में इन लोगो का काम सराहनीय रहा.