राष्ट्रमंडल खेल : अनियमितताओं पर ओसी की सफाई, कलमाडी जांच को तैयार (राउंडअप)
कलमाडी बोले, किसी भी स्तर पर जांच के लिए तैयार :
ओसी पर भ्रष्टाचार के बढ़ते आरोपों के बीच कलमाडी ने कहा कि वह किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि दोषियों को सामने लाकर दंडित किया जाएगा।
कलमाडी ने कहा, "सीजीओसी का अध्यक्ष होने के नाते मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं। मीडिया द्वारा सामने लाई गई वित्तीय अनियमितताओं को लेकर मुझे नियंत्रक और महालेखा (सीएजी) या फिर किसी न्यायिक जांच से कोई आपत्ति नहीं। मैं यह भी कहना चाहता हूं कि दोषियों को सामने लाकर दंडित किया जाएगा।"
कलमाडी का यह बयान सीजीओसी द्वारा तमाम तरह की अनियमितताओं की जांच के लिए तीन सदस्यीय पैनल गठित करने के एक दिन बाद आया। कलमाडी ने कहा कि उन्होंने जांच पैनल से अपनी रिपोर्ट गुरुवार तक दाखिल करने को कहा है।
कलमाडी ने कहा, "मैंने अनियमितता से जुड़ी रिपोर्ट को गंभीरता से लिया है और यही कारण है कि तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया गया है। हम लंदन में आयोजित क्वींस बैटन रिले के आयोजन के दौरान भुगतान की गई राशि के अलावा स्पोर्ट्स मार्केटिंग एंड मैनेजमेंट (एसएमएएम) नाम की कंपनी से जुड़े मुद्दे पर असल रिपोर्ट चाहते हैं। पैनल को पांच अगस्त तक रिपोर्ट देने को कहा गया है।"
कलमाडी ने कहा कि सीजीओसी ने वित्तीय फैसलों को लेकर पूरी पारदर्शिता बरती है और इसमें किसी प्रकार की धांधली की संभावना नहीं है। बकौल कलमाडी, "फंक्शनल एरिया हेड द्वारा तैयार कोई भी प्रस्ताव पहले सीजीओसी की वित्तीय समिति के सामने जाता है। इसमें सरकार के भी दो नुमाइंदे हैं। इसके बाद इसे वित्तीय उपसमिति के पास भेजा जाता है। इसमें भी सरकार के तीन वरिष्ठ नुमाइंदे हैं। इसके बाद उस प्रस्ताव को अंतिम रूप से हरी झंडी के लिए कार्यकारिणी के सामने रखा जाता है। अध्यक्ष के पास अपनी सीमाएं हैं। वह वित्तीय फैसले नहीं ले सकता।"
भनोत ने कहा, हमने किसी को कमीशन नहीं दिया :
कलमाडी द्वारा जांच के लिए तैयार होने के बाद ओसी के महासचिव ललित भनोत ने वास्तविक कीमत से कई गुना अधिक कीमत पर उपकरण खरीदने और किराए पर लेने के संबंध में अपनी सफाई पेश की।
उन्होंने 'वेन्यू एवं ओवरले डेवलपमेंट' के कार्य से जुड़े संयुक्त निदेशक ए.के. सक्सेना के साथ संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से उपकरणों की खरीद या उन्हें किराए पर लेने के बदले दी गई राशि को वाजिब करार दिया।
भनोत ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सीजीओसी ने किसी भी प्रकार के उपकरण की खरीद या किराए पर लेने के लिए आर्डर नहीं दिए हैं। इस संबंध में 25 जुलाई को एक टेंडर जारी किया गया था, जिसके अंतर्गत विभिन्न कंपनियों ने अपने प्रस्ताव सीजीओसी के सामने रखे थे और उन्हीं को लेकर मीडिया जरूरत से अधिक कीमत अदा करने का आरोप सीजीओसी पर मढ़ रहा है।
भनोत ने कहा, "सीजीओसी के किसी अधिकारी ने उपकरणों की खरीद या फिर उन्हें किराए पर लेने के लिए हुए समझौते के अंतर्गत कमिशन नहीं खाया है। इस संबंध में किसी भी कंपनी को कमीशन नहीं दिया गया है।"
भनोत के मुताबिक जिस ट्रेडमिल की बात मीडिया कर रहा है, असल में वह नहीं है, जिसके लिए सीजीओसी ने आर्डर दिया है। जिस ट्रेडमिल के बारे में मीडिया बात कर रहा है, उसकी कीमत काफी कम है जबकि सीजीओसी ने उससे कहीं अधिक उन्नत ट्रेडमिल देने के लिए कंपनियों को कहा है।
बकौल भनौत, "हमने जिस ट्रेडमिल के लिए कंपनियों को कहा है उसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 60 से 75 हजार डॉलर है। इसमें ट्रेनर, तकनीकी सहयोग, संचालन और रखरखाव का खर्च भी जुड़ा है। ट्रेडमिल मुहैया कराने वाली कंपनी राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान यह सुविधा हमें मुहैया कराएगी।"
भाजपा सहित विपक्षी पार्टियों ने संसद मे किया हंगामा :
इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने संसद में हंगामा किया। भाजपा सदस्यों ने इस मामले में प्रधानमंत्री से बयान की मांग की। हंगामे को देखते हुए अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही सुबह 11.30 बजे से 12.00 बजे तक स्थगित कर दी।
गिल ने अनियमितता से जुड़े सवालों पर चुप्पी साधी :
गिल ने कथित अनियमितता से जुड़े सवालों पर चुप्पी साध ली। जामिया स्पोर्ट्स काम्पलेक्स के उद्घाटन के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के साथ पहुंचे गिल कहा कि कथित वित्तीय अनियमितता के मुद्दे पर राज्यसभा में चर्चा होगी।
गिल ने कहा, "राज्यसभा में गुरुवार को इस मुद्दे पर चर्चा होगी। मैं समझता हूं कि इस मामले में सदन में खुली बहस होगी। इसके बाद संभवत: इस मुद्दे पर लोकसभा में भी चर्चा होगी।"
बकौल गिल, "सीजीओसी अपना काम कर रही है। अधिकारी एक साथ विभिन्न मुद्दों पर लगे हुए हैं। सब अपना काम कर रहे हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य खेलों का सफल आयोजन कराना है।"
फेनेल ने कहा, आरोपों से 'जल्द और कड़ाई' से निपटा जाए :
राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) के अध्यक्ष माइकल फेनेल ने कहा कि ओसी पर लगाए गए भ्रष्टाचार से जुड़े सभी आरोपों से 'जल्द और कड़ाई' से निपटा जाना चाहिए।
फेनेल ने कहा, "हम मौजूदा हालात को लेकर चिंतित हैं। हम इस बात को लेकर आश्वस्त करना चाहते हैं कि खेलों के आयोजन में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं जुड़ेगा और खेलों के आयोजन के लिए जरूरी सभी शर्ते पूरी की जाएंगी। हम इस मामले को त्वरित और कड़ी कार्रवाई चाहते हैं।"
"मीडिया के माध्यम से हमें जानकारी मिली कि कुछ आयोजन स्थलों पर मानसून को लेकर परेशानी है। ऐसे आयोजन स्थलों पर हम सुरक्षा की गारंटी चाहते हैं। साथ ही हम जानना चाहते हैं कि इस संबंध में लगाए गए आरोपों के संबंध में जारी जांच कहां तक पहुंची है।"
सीजीएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी माइक पूहर पहले ही आयोजन समिति से केंद्रीय सतर्कता आयोग की रिपोर्ट को लेकर सफाई मांग चुके हैं। साथ ही हूपर ने आयोजन स्थलों पर दर्शकों और खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए आयोजकों को सुरक्षा संबंधी प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए भी कहा था।
सीवीसी ने गत गुरुवार को राष्ट्रमंडल खेलों से जुड़ी 16 परियोजनाओं में अनियमितिता की बात कह कर चौंका दिया था। सीवीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रमंडल खेल गांव तरणताल, प्रशिक्षण हॉल और एथलेटिक्स ट्रैक सहित इन खेलों से जुड़ी 16 परियोजनाओं के दौरान भारी अनियमितिता बरती गई है।
इसके अलावा दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) द्वारा नेशनल स्टेडियम और एसपीएम तैराकी स्थल में किए गए पुनर्निमाण कार्य के दौरान भी धांधली की गई है।
साथ ही साथ नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) द्वारा तालकटोरा स्टेडियम में किए गए निर्माण कार्य के दौरान तथा लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा किए गए कार्यो में भी अनियमितता बरती गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।