पाकिस्तान में शर्मसार है परिवार नियोजन
सरकार ने एक परिवार नियोजन परियोजना भी शुरू की थी और महिलाओं को अनियोजित गर्भाधान से बचने के लिए सलाह देने हेतु प्रत्येक गांवों में महिला स्वास्थ्य निरीक्षक की नियुक्ति की थी। जनसंख्या मंत्रालय भी इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के जरिए विभिन्न अभियान चला रहा है। अभियान में लोगों को सिखाया जाता है कि किस तरह अनियोजित प्रसव से बचा जा सकता है।
फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़े के अनुसार वर्ष 1960 के दशक में पाकिस्तान की आबादी पांच करोड़ से कम थी। लेकिन अब पाकिस्तान दुनिया का छठा सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है। उसकी आबादी 18 करोड़ हो गई है। धार्मिक विद्वानों का मानना है कि बड़ी आबादी से गरीबी नहीं बढ़ती, बल्कि गरीबी प्रशासन के कुप्रबंधन से बढ़ती है, जब वह संसाधनों का सदुपयोग नहीं कर पाता।
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समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने इस्लामाबाद के एक धार्मिक विद्वान, हाफिज इदरीस के हवाले से कहा है, "खुदा ने इस ब्रह्मांड में जन्म लेने वाले हर किसी के लिए भोजन उपलब्ध कराने का वादा किया है। ऐसे में हम खुदा की अवहेलना कैसे कर सकते हैं।"इदरीस ने कहा, "सरकार को चाहिए कि वह जनता को सलाह देने के बदले परिणामदायक नीतियों और नए संसाधनों की तलाश करे।"