बीबीसी संवाददाता, दक्षिण अफ़्रीका से
विश्व कप फ़ुटबॉल में यूरोपीय टीमों का झंडा लहरा रहा है. शनिवार को हुए आख़िरी दो क्वार्टर फ़ाइनल मैचों में यूरोपीय टीमों ने अपना दम दिखाया तो ब्राज़ील के बाद अर्जेंटीना और पराग्वे की टीमें भी प्रतियोगिता से बाहर हुईं.
पहले मैच में जर्मनी की टीम ने अर्जेंटीना को मिट्टी पलीत की तो शाम को हुए मैच में स्पेन की टीम ने संभलकर खेलते हुए शानदार विजय हासिल की. अब सेमी फ़ाइनल में जर्मनी और स्पेन की टीमें आमने-सामने होंगी.
पहले मैच में खिताब की प्रबल दावेदार अर्जेंटीना की टीम मैच में कहीं भी नहीं नज़र आई. टीम के ख़राब डिफ़ेंस का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि जर्मनी ने एक या दो नहीं पूरे चार गोल किए. अर्जेंटीना की फ़ॉरवर्ड लाइन के भी क्या कहने...उसका भी अंदाज़ा इसी से लगा लीजिए की स्टार स्ट्राइकरों से भरी टीम एक भी गोल नहीं कर पाई. मैच के तीसरे मिनट में ही अर्जेंटीना की टीम पर जैसे क़यामत आ गई.
स्वाइंजटाइगर के ख़ूबसूरत क्रास पर टॉमस मुलर को ज़्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी. मैच शुरू होते ही जर्मन आक्रमण से अर्जेंटीना के कैंप में हताशा थी. उनके पास वापसी का मौक़ा था. लेकिन टीम ऐसे दबाव में आई कि फिर वापसी तो छोड़िए वे गोल भी नहीं बचा पाए. जर्मन खिलाड़ी पूरे जोश में थे और तड़ातड़ आक्रमण कर रहे थे, तो अर्जेंटीना के गाहे-बगाहे जर्मनी के गोल पर आक्रमण भी बर्बाद हो रहा था.
दूसरे हाफ़ में के शुरू में अर्जेंटीना ने अच्छी कोशिश की. लेकिन अर्जेंटीना की ओर से हो रहे लगातार आक्रमण से टीम परेशान रही और 67वें मिनट में मिरोस्लाव क्लोज़ा को वो मौक़ा मिल ही गया. पोडोल्स्की के पास इतना बेहतरीन था कि क्लोज़ा को गोल करने में कोई परेशानी नहीं हुई. 2-0 की बढ़त के बाद जहाँ जर्मन और जम कर खेलने लगे तो अर्जेंटीना के हाथ-पाँव फूल गए.
सात मिनट बाद 74वें मिनट में एक बार फिर स्वाइंजटाइगर ने बढ़िया मूव बनाया और फिर फ़ेडरिक ने गिरते-पड़ते भी गेंद गोल में डाल दी. और मैच ख़त्म होने से कुछ पहले जर्मन टीम ने एक और धावा बोला.
मिरोस्लाव क्लोज़ा ने एक और आसान गोल करके अपनी टीम को 4-0 से जीत दिलाई और इस विश्व कप से अर्जेंटीना का भी बोरिया बिस्तर बंध गया. एक तरफ़ जहाँ जर्मनी के प्रशंसक जीत का जश्न मना रहे थे तो अर्जेंटीना के समर्थक ग़म में डूबे हुए थे.
इस विश्व कप का आख़िरी क्वार्टर फ़ाइनल मैच स्पेन और पराग्वे के बीच खेला गया. मुक़ाबला ज़ोरदार रहा, लेकिन स्पेन ने अच्छा खेल दिखाया. पराग्वे की टीम भी आक्रमण तो कर रही थी, लेकिन दोनों टीमें गोल करने में विफल हो रही थी.
दूसरा हाफ़ नाटकीय रहा. पहले पराग्वे को पेनल्टी मिला, लेकिन कारडोज़ो चूक गए. दो मिनट के अंदर स्पेन को पेनल्टी मिला, ज़ावी अलोंज़ो ने गोल तो कर दिया लेकिन स्पेनिश खिलाड़ियों के गोलक्षेत्र में घुसने के कारण गोल नामंज़ूर हो गया.
ज़ावी को फिर पेनल्टी पर गोल करने का मौक़ा मिला, लेकिन इस बार वे चूक गए. स्पेन की टीम निराश लग रही थी. लेकिन 82वें मिनट में इनिएस्टा ने बेहतरीन मूव बनाया और पेड्रो के पास गोल करने का सुनहरा मौक़ा था. गेंद गोल पोस्ट से टकरा पर वापस लौट गई.....लेकिन इस बार डेविड विया नहीं चूके और बढ़िया गोल किया. विया के इस गोल की बदौलत स्पेन ने 1-0 से जीत हासिल की और यूरोपीय देशों का झंडा बुलंद रखा. अब सेमी फ़ाइनल मुक़ाबले मंगलवार से शुरू होंगे.