मैंगुआंग/ब्लोमफोंटेन। फीफा विश्व कप-2010 के चौथे दिन ग्रुप ई के दूसरे मुकाबले में सोमवार को जापान के कीसुके होंडा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को कैमरून के खिलाफ 1-0 से जीत दिलायी। विश् zwj;व कप में जापान को आठ साल बाद जीत हांसिल हुई है। इससे पहले अंतिम बार उसने 2002 में ट्यूनीशिया को ओसाका में खेले गए मैच में 2-0 से हराया था।स् zwj;थानीय फ्री स्टेट स्टेडियम में खेले गए मैच में जापान की टीम काफी दबाव के साथ मैदान में उतरी थी। वो दबाव मैच के शुरुआती दौर में साफ नजर आ रहा था, लेकिन तभी 39वें मिनट में होंडा ने अपने साथी खिलाडि़यों की मदद से शानदार गोल दागा। इस गोल के तुरंत बाद जापान की टीम डिफेंसिव मोड में आ गयी और अंत तक सिर्फ रक्षात् zwj;मक प्रदर्शन करती रही। क्लिक करें: फीफा 2010 स् zwj;पेशल पेज | प् zwj;वाइंट्स टेबल 1-0 की बढ़त को अंत तक बनाए रखने के लिए टीम ने कैमरून के खिलाडि़यों को अपने गोल पोस् zwj;ट की तरफ आने के कई मौकों में फेल कर दिया। कैमरून ने मैच को बराबरी पर करने की भरपूर कोशिश की लेकिन अंत तक वह इसमें नाकामयाब रहा। होंडा को उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।विश्व कप के पहले मुकाबले में जापान इससे पहले कोई मैच नहीं जीत सका था। दो मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा है जबकि एक मैच उसने ड्रा खेला है। जापान लगातार चौथी बार विश्व कप फुटबॉल प्रतियोगिता खेल रहा है। कैमरून आज तक विश्व कप में अपने पहले मुकाबले में हारा नहीं था। एक बार उसे हार मिली है जबकि चार बार उसके मैच ड्रा हुए हैं। इस टीम को दूसरे दौर में पहुंचने वाली टीमों में शुमार किया जा रहा था।