अमेरिका में सामरिक वार्ता के लिए आशान्वित कृष्णा
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रक्षा
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भारतीय
विदेश
सचिव
निरुपमा
राव
और
अमेरिकी
सहायक
विदेश
मंत्री
विलियम
बर्न्स
के
बीच
विदेश
नीति
से
संबद्ध
बातचीत
के
बाद
बुधवार
को
कृष्णा
ने
बताया
"संकेत
बुहत
ही
सकारात्मक
हैं।"
कृष्णा
ने
कहा
कि
भारत
अब
अंशकालिक
नतीजों
का
इच्छुक
नहीं
है
बल्कि
वह
दोनों
देशों
का
व्यापक
और
दीर्घायु
साझेदारी
चाहता
है।
जबकि
अमेरिकी
विदेश
विभाग
के
प्रवक्ता
पीजे
क्राउली
ने
कहा,
"गुरुवार
का
दिन
दोनों
देशों
के
लिए
महत्वपूर्ण
है।
दोनों
पक्ष
व्यापक
स्तर
की
बातचीत
के
इच्छुक
हैं।"
कृष्णा के अनुसार वार्ता के प्रमुख मुद्दे आतंवाद के खिलाफ संघर्ष, परमाणु सुरक्षा को अत्याधुनिक बनाने, वैश्विक लक्ष्यों के लिए मिलकर काम करने और एशिया व अफगानिस्तान होंगे"। इसके अलावा परमाणु दायित्व कानून के पारित होने में हो रही देरी पर अमेरिकी व्यापार जगत की चिंता पर विदेश मंत्री ने कहा कि इस संबंध में भारत पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और यह विधेयक तय समय सीमा में पारित कर लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कृष्णा के साथ भारतीय प्रतिनिधिमंडल में मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल, योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, विदेश सचिव निरूपमा राव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।