फोन टैपिंग और आईपीएल पर विपक्ष से चर्चा करेंगे : प्रणब
मुखर्जी ने कहा कि वह और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इन मुद्दों पर विपक्षी नेताओं से बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार सदन के प्रति जवाबदेह है।
मुखर्जी का यह बयान ऐसे समय में आया, जब विपक्षी, आल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के सांसद अपराह्न् दो बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास जमा हो गए और स्पेक्ट्रम घोटाले में कथित भूमिका के लिए संचार मंत्री ए.राजा से इस्तीफे की मांग करने लगे।
उप सभापति करिया मुंडा ने एआईएडीएमके के सांसदों को शांत कर वापस भेजा और उसके बाद उन्होंने विपक्षी नेताओं को बोलने की अनुमति दी।
नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार सदन में उठाए गए मुद्दों पर सदन के प्रति जवाबदेह है। स्वराज ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस जवाब का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने आईपीएल पर एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की विपक्ष की मांग पर मीडिया के जरिए बयान दिया था।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति भवन में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा था कि फोन टैपिंग और आईपीएल विवाद जेपीसी के उपयुक्त नहीं हैं।
स्वराज ने कहा, "प्रधानमंत्री की पहली प्राथमिकता सदन को संतुष्ट करने को लेकर है। आप जो भी कहें, सदन में कहें।"
इस पर प्रणब मुखर्जी ने कहा कि सरकार विपक्ष की मांगों पर विचार करेगी। इस पर स्वराज ने सरकार की नेकनीयती पर सवाल किया। स्वराज ने पूछा, "आपकी सोच क्या है? आपका जवाब क्या है?"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।