फोन टैपिंग: दोनों सदनों की कार्यवाही 12 बजे तक टली
लोकसभा की कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को इस मामले पर बोलने का अवसर दिया। आडवाणी ने कहा कि फोन टैपिंग मामले पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जवाब से ही विपक्ष संतुष्ट हो सकता है। उन्होंने कहा, "फोन टैपिंग गंभीर मामला है। इस पर प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए। उनके जवाब से ही विपक्ष संतुष्ट हो सकता है।"
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उधर, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा कि दोपहर 12 बजे गृह मंत्री पी. चिदंबरम लोकसभा में इस मामले पर बयान देंगे। इसके बाद भी सदस्यों का हंगामा नहीं थमा जिस वजह से कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। हंगामा राज्यसभा में भी देखने को मिला और इस सदन की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गई।
उल्लेखनीय है कि एक पत्रिका की रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव प्रकाश करात और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के टेलीफोट टैप किए गए। इस रिपोर्ट के आने के बाद से विपक्षी दल सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं।