राममोहन समिति ने बताया नक्सली हमले से बचने का उपाय
सूत्रों ने बताया है कि जांच रिपोर्ट में दंतेवाड़ा और पास के बस्तर क्षेत्र की जमीनी हकीकत का विश्लेषण किया गया है। रिपोर्ट में केंद्रीय सुरक्षा बलों और स्थानीय पुलिस के बीच बेहतर सामंजस्य सुनिश्चित कराने की योजना का सुझाव दिया गया है।
रिपोर्ट में नागरिकों और इलाके में डेरा डाले सुरक्षा बलों के बीच भी बेहतर समन्वय स्थापित किए जाने पर जोर दिया गया है। माना जा रहा है कि जांच समिति ने इस बात का भी सुझाव दिया है कि कोई अभियान शुरू करने से पहले व्यापक तौर पर खुफिया जानकारी जुटाई जानी चाहिए।
समझा जा रहा है कि पिछले सप्ताह सरकार को सौंपी गई इस रिपोर्ट में दंतेवाड़ा में तैनात सीआरपीएफ के स्थानीय अधिकारियों की ठीक योजना न बनाने और रणनीतिक खामियों के लिए आलोचना की गई है।
राममोहन ने आईएएनएस को बताया, "मैंने गृह मंत्री पी.चिदंबरम को पूर्व निर्धारित समय सीमा के अनुसार शनिवार को रिपोर्ट सौंप दी है। मैं सरकार द्वारा स्वीकार किए जाने से पहले इस रिपोर्ट की सामग्री के बारे में कुछ भी चर्चा नहीं करना चाहता। मैं इस बात से पूरी तरह संतुष्ट हूं कि मैंने पूरी तरह पेशेवर काम किया है।"
आधिकारिक सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि सरकार राममोहन समिति की रिपोर्ट मौजूदा सत्र में संसद में प्रस्तुत कर सकती है।
इंडो-एशियन न्यूृज सर्विस।