करोड़पति मां ने बेटियों को दिए सिर्फ 4.50 डॉलर
समाचार पत्र 'डेली टेलीग्राफ' के मुताबिक वेलमेई रोची का 2009 में 81 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। उसने अपनी बेटियों के लिए मुद्रा के न्यूनतम मूल्य के चांदी के 30 टुकड़े ही छोड़े थे उसने कहा था कि उसके प्रति विश्वासघात के चलते उन्हें इतना कम हिस्सा दिया गया है।
उसकी तीन बेटियां डीबोरा हेमिल्टन, फिओना रोची और शॉना रोची हैं। यदि ये तीनों जनवरी 1974 से अक्टूबर 1981 में वसीयत तैयार होने तक के बीच लिखी गई अपनी मां की डायरी को पढ़कर उससे संबंधित प्रश्नों के ठीक जवाब दे दें तो उन्हें अपनी मां के आभूषणों का बराबर हिस्सा मिल सकता है।
वसीयत में रोची की संपत्ति का प्रमुख हिस्सा साउदर्न क्रॉस के एक व्यक्ति नाइट्स को कैथोलिक दान के लिए दिया गया है। रोची ने अपने पूर्व पति व 1975-77 में एडीलेडी सिटी काउंसिल के लॉर्ड मेयर रहे जॉन रिची के लिए भी अपनी बेटियों जितनी राशि ही छोड़ी है।
वसीयत में कहा गया है कि रोची ने जानबूझकर अपनी बेटियों और अपने पति को अपनी संपत्ति से दूर रखा है। रोची का जीवन के अंतिम वर्षों में अपनी बेटियों से मनमुटाव हो गया था।
नवंबर 1983 में रोची का उनके पति से तलाक हो गया था इसलिए उन्होंने उन्हें भी संपत्ति लाभ से वंचित रखा है।
रोची की बेटियों का कहना है कि वह अपनी मां की वसीयत को साउथ आस्ट्रेलियन सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।