भारत ने तालिबान से सौदेबाजी पर करजई को सजग किया (लीड-2)
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 7 रेसकोर्स रोड स्थित आवास पर अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई से मुलाकात की और अफगानिस्तान की शांति और स्थिरता से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। काबुल में सात भारतीयों की हत्या के करीब दो महीने बाद यह बैठक हुई।
प्रधानमंत्री ने अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण कार्य जारी रखने की भारतीय प्रतिबद्धता को दोहराते हुए विभिन्न परियोजनाओं में लगे 3,500 भारतीयों की सुरक्षा पर चर्चा की।
करजई से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री ने कहा, "मैंने राष्ट्रपति से कहा कि अफगानिस्तान की नागरिक संस्थाओं को मजबूत करने के लिए क्षमता निर्माण, कौशल विकास और मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में भारत सहयोग बढ़ाने को तैयार है।"
भारत ने अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण और आधारभूत ढांचा परियोजनाओं के लिए 1.3 अरब डॉलर की मदद का वादा किया।
करजई ने प्रधानमंत्री को कबायली नेताओं की परिषद जिरगा की अगले महीने होने जा रही वाली बैठक और तालिबान के उन तत्वों से सुलह के जारी प्रयासों के बारे में जानकारी दी, जिनका अलकायदा या किसी अन्य आतंकवादी संगठन से संबंध नहीं है।
करजई ने कहा, "हमने देश में आगामी शांति चर्चा पर बात की जिसमें संविधान को मानने पर राजी और अलकायदा या किसी आतंकवादी संगठन से संबंध नहीं रखने वाले तालिबान और अन्य तत्वों से सुलह और एकता के बारे में अफगानिस्तान के सभी क्षेत्रों के लोगों से सलाह ली जानी चाहिए।"
करजई ने लंदन में हुए सम्मेलन के बाद काबुल में इस वर्ष के अंत में होने वाले सम्मेलन में भारत से प्रतिनिधि भेजने और प्रधानमंत्री को अफगानिस्तान आने का निमंत्रण दिया।
एक संयुक्त बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है और राजनयिक माध्यमों से उनकी यात्रा की तिथि तय की जाएगी।
प्रधानमंत्री ने लंदन में 28 जनवरी को आयोजित सम्मेलन द्वारा समर्थित तथाकथित उदार तालिबान को अफगान की राजनीतिक प्रक्रिया में शामिल करने की योजना के प्रति भारतीय चिंता से अवगत कराया।
मनमोहन सिंह ने एक पखवाड़े पहले अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से चर्चा के दौरान भी अफगानिस्तान में तालिबान से किसी सुलह या सत्ता साझेदारी पर भारत की चिंता जाहिर की थी।
भारत को आशंका है कि ऐसे किसी भी कदम से अफगानिस्तान के मामलों में पाकिस्तानी प्रभाव बढ़ेगा और यह भारतीय हितों के लिए ठीक नहीं होगा।
करजई सोमवार सुबह दो दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के 16वें शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वह मंगलवार को भूटान की राजधानी थिम्पू रवाना होंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।