लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित
नई दिल्ली, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। फोन टैंपिग विवाद पर सोमवार को लोकसभा में हंगामा जारी रहने की वजह से सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सदन में दोपहर बाद 3.30 बजे इस मामले पर बयान देने वाले थे।
दिन में दो बार कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी जब कार्यवाही एक बार फिर आरंभ हुई तो सदन में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के अलावा समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सदस्यों ने इस मामले पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए। इस बीच राजद के नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का मुद्दा उठाया। सदन के उपाध्यक्ष करिया मुंडा ने कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने लोकसभा में कहा था, "प्रधानमंत्री दिन में 3.30 बजे इस मामले (फोन टैपिंग) पर बयान देने को तैयार हैं।"
वैसे सोमवार सुबह लोकसभा की कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे को देखते हुए लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को इस मामले पर बोलने का अवसर दिया।
आडवाणी ने कहा कि फोन टैपिंग मामले पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जवाब से ही विपक्ष संतुष्ट हो सकता है। उन्होंने कहा, "फोन टैपिंग गंभीर मामला है। इस पर प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए। उनके जवाब से ही विपक्ष संतुष्ट हो सकता है।"
उधर, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा कि दोपहर 12 बजे गृह मंत्री पी. चिदंबरम लोकसभा में इस मामले पर बयान देंगे। इसके बाद भी सदस्यों का हंगामा नहीं थमा जिस वजह से कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
कार्यवाही दोबारा आरंभ होने पर केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मसले पर सरकार का पक्ष रखा। चिंदबरम के बयान के दौरान भी सदन में हंगामा जारी रहा। उनका बयान खत्म होते ही विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए और प्रधानमंत्री के बयान की मांग करने लगे। हंगामे को देखते हुए कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
उल्लेखनीय है कि एक पत्रिका की रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव प्रकाश करात और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के टेलीफोन टैप किए गए। इस रिपोर्ट के आने के बाद से विपक्षी दल सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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