अजमेर दरगाह पर चढ़े फूलों से बनेगा इत्र
लखनऊ, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। अजमेर शरीफ की दरगाह पर चढ़ाए जाने वाले फूलों का उपयोग इत्र बनाने में किया जाएगा। इसका जिम्मा लखनऊ के एक संस्थान ने उठाया है।
सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिक्लीनिकल एंड एरोमैटिक प्लांट्स (सीएएमएपी) के प्रौद्योगिकी एवं व्यापार विकास के प्रमुख ए. के. सिंह ने आईएएनएस को बताया, "हमारा संस्थान दरगाह पर चढ़ाए जाने वाले कई टन फूलों का इस्तेमाल करेगा। अब तक इन फूलों को फेंक दिया जाता है।"
उन्होंने बताया कि हमने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जिससे फूलों की पंखुड़ी से इत्र बनाया जा सकता है। इनका इस्तेमाल गुलाब जल, गुलाब का इत्र, अगरबत्ती और अन्य उत्पादों के निर्माण में किया जाएगा।
अधिकारियों के अनुसार दरगाह पर रोजाना करीब छह टन गुलाब का फूल चढ़ाया जाता है। मई महीने के दूसरे सप्ताह में इस परियोजना पर काम शुरू हो जाने की उम्मीद है।
सिंह ने बताया कि दरगाह कमेटी ने हमसे कहा था कि इन फूलों का निपटान उनके लिए परेशानी का सबब है। इसलिए हमने वहां दो मशीनें लगा दी हैं जिनसे गुलाब की पंखुड़ियों से इत्र निकाला जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि इस परियोजना से रोजगार के साधन का सृजन होगा और गरीबों को प्रशिक्षिण का मौका भी मिल सकेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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