'रिजर्व बैंक दरों में करेगा बढ़ोतरी'
बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री अभीक बरुआ ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि आरबीआई अपनी नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की प्रक्रिया जारी रखेगी और वित्त वर्ष 2011 की बाकी बची अवधि के दौरान रेपो और रिवर्स रेपो दरों में 0.75 से 1.00 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकता है। इसके अलावा मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान कैश रिजर्व रेसियो (सीआरआर) में अतिरिक्त 0.25 से 0.50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।"
बरुआ मंगलवार को जारी हुई आरबीआई की वार्षिक मौद्रिक नीति पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा, "ब्याज दरों में जून-जुलाई 2010 से पहले ज्यादा बढ़ोतरी की संभावना नहीं है, लेकिन वित्त वर्ष 2011 की दूसरी तिमाही में दरें बहुत सख्त हो सकती हैं। हमें वित्त वर्ष 2011 के दौरान ब्याज दरों में 0.75 से 1.00 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है।"
ज्ञात हो कि आरबीआई के गवर्नर डी.सुब्बाराव ने अपने वार्षिक मौद्रिक नीति में रेपो और रिवर्स रेपो दरों में 0.25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है। सुब्बाराव ने सीआरआर में भी 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है, जोकि 24 अप्रैल से लागू हो जाएगा। इसके जरिए आरबीआई की बैंकिंग व्यवस्था से 12,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।
फिट्च रेटिंग्स के निदेशक देवेंद्र कुमार पंत ने कहा, "रेपो, रिवर्स रेपो और सीआरआर में 0.25 प्रतिशत बढ़ोतरी करने की आरबीआई की कार्रवाई वर्तमान व्यापक आर्थिक व मुद्रास्फीति के रुझान की तर्ज पर है। बल्कि इसमें उतनी बढ़ोतरी नहीं हुई है, जितने की उम्मीद थी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।