गुर्जर नेताओं और सरकार के बीच वार्ता बेनतीजा
उन्होंने वहां बिरादरी के पंच पटेलों से आगे की रणनीति पर लम्बी चर्चा भी की। आरक्षण संघर्ष सिमति के एक सदस्य ने कहा कि राज्य सरकार बातचीत के जरिए रास्ता निकालने के बजाए गुर्जरों को उकसाने का काम कर रही है। बाद में हमारे समाज के नाराज लोगों को सड़क और रेल यातायात जाम करने से रोक पाना मुश्किल हो सकता है।
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उधर, सोमवार को सरकार के साथ बातचीत टूटने की भनक मिलते ही वार्ता में शामिल गुर्जर प्रतिनिधिमंडल के कई सदस्य कल ही सिकंदरा महापड़ाव स्थल की ओर लौट गए थे। यही नहीं, वहां उन्होंने एक तरह से बैंसला पर ही इस बात के लिए दबाव बना दिया था कि वे भी बातचीत छोड़ें, अन्यथा समाज के सवालों का जवाब देने को तैयार रहें। इसके बात से ही समझौते के आसार क्षीण पड़ने लगे थे। फिलहाल, बैंसला की वापसी के बाद सरकार को सिकंदरा में आज दोपहर बाद होने वाली गुर्जर समाज की बैठक का इंतजार है कि उसमें क्या फैसला लिया जाता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।