'आईपीएल जुआ है, प्रतिबंधित किया जाए' (लीड-2)
विपक्ष के कई सांसदों ने सोमवार को लेकसभा में कहा कि आईपीएल क्रिकेट के नाम पर खेला जा रहा एक जुआ है और इसकी जांच होनी चाहिए। इन लोगों का आरोप था कि आईपीएल में विदेशी बैंकों के जरिए काले धन का निवेश किया गया है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सांसद गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "मंत्री का इस्तीफा कोई मुद्दा नहीं है। मुद्दा आईपीएल है। मुद्दा काले धन को वैध करने का है। यह सब कुछ भारत सरकार की नाक के नीचे हो रहा है।"
दासगुप्ता ने कहा, "काला धन मॉरीशस और दुबई से आ रहा है और सट्टेबाजी सरेआम चल रही है। यह सिर्फ जुए का खेल है। आईपीएल प्रतिबंधित होना चाहिए और इसमें जांच का ऐलान होना चाहिए।"
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा, "सिर्फ थरूर ही क्यों निशाना बनाए गए? मुख्य दोषी आईपीएल है। आईपीएल में जमकर सट्टेबाजी हो रही है। यहां बहुत कुछ गड़बड़ हो रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए।"
थरूर के इस्तीफे का हवाला देते हुए लालू ने कहा, "थरूर का इस्तीफा हो जाने से सब ठीक नहीं हो जाएगा। आईपीएल में बहुत घोटाला हो रहा है। हमारी मांग है कि आईपीएल को खत्म किया जाना चाहिए और केंद्र सरकार को चाहिए कि वह तत्काल बीसीसीआई को अपने कब्जे में ले।"
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष शरद यादव ने भी यही मांग की। शरद यादव ने कहा, "आपने अपने मंत्री को हटा दिया। यह यहीं नहीं रूके। आईपीएल में पैसा कहां से आ रहा है और कहां जा रहा इसकी पूरी जांच की जाए।"
आईपीएल से जुड़ा विवाद पिछले दिनों उस समय खड़ा हुआ जब आईपीएल कमिश्नर मोदी ने कोच्चि फ्रेंचाइजी के सभी मालिकों के नाम ट्विटर पर सार्वजनिक कर दिए। इसमें एक नाम सुनंदा पुष्कर का भी था और इसी वजह से थरूर भी विवादों में आ गए और बाद में उन्हें मंत्री पद भी त्यागना पड़ा। उल्लेखनीय है कि सुनंदा थरूर की करीबी दोस्त हैं और इसे वह खुद स्वीकार चुके हैं। अब सुनंदा भी कोच्चि फ्रेंचाइजी से अपनी हिस्सेदारी छोड़ने की घोषणा की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।