पाकिस्तान आतंकी संगठनों के खात्मे को प्रतिबद्ध : अमेरिका
वाशिंगटन, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिका ने भारत को आश्वस्त किया है कि पाकिस्तान ने भारत विरोधी आतंकवादी संगठनों को दंडित करने और उनका सफाया करने का वादा किया है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान के साथ संबंध निरंतर जारी रहने के उल्लेख पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता फिलीप जे.क्राउली ने कहा, "दक्षिण एशिया के देशों में आतंकवादी संगठनों की उपस्थिति से अमेरिका चिंतित है।"
उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के बीच चर्चा में इस पर कोई बात नहीं हुई लेकिन पाकिस्तान के साथ जारी वार्ता का यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
क्राउली ने कहा, "और मैं साधारण तरीके से कहना चाहूंगा कि यह एक साझा संघर्ष है। हमारा मानना है कि पाकिस्तान ने बहुत अक्रामक कदम उठाएं हैं।"
मुंबई पर हमले के आरोपी लश्कर-ए-तैयबा का बगैर नाम लिए उन्होंने कहा, "पाकिस्तान ने अमेरिका और भारत दोनों से जांच और अपराध की साजिश रचने वालों को दंड देने में पूर्ण सहयोग का वादा किया है।"
क्राउली ने उम्मीद जताई कि इलाके के देश आतंकवाद को कमजोर करने में लगे हैं और अंतत: सभी के लिए खतरा बने आतंकवाद को समाप्त कर देंगे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ द्विपक्षीय बैठक में स्पष्ट कर दिया कि मुंबई हमले के दोषियों को दंडित किए जाने से पहले वह पाकिस्तान के साथ समग्र वार्ता नहीं शुरू करेगा।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या की जांच करने वाले संयुक्त राष्ट्र के एक स्वतंत्र आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वर्ष 1996 में तालिबान को अफगानिस्तान पर कब्जा करने में पाकिस्तानी सेना ने मदद की और वर्ष 1989 के बाद कश्मीर में भारत के खिलाफ भी ऐसी ही रणनीति अपनाई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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