मायावती ने मुख्तार व अफजाल को पार्टी से निकाला (लीड-1)
लखनऊ में बसपा के एक प्रवक्ता की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि बसपा प्रमुख मायावती ने मुख्तार और अफजाल अंसारी को पार्टी विरोधी गतिविधियों और आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता के चलते तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित करने का फैसला किया।
बसपा ने मुख्तार के एक और भाई एवं गाजीपुर जिले की मोहम्मदाबाद सीट से समाजवादी पार्टी(सपा) के टिकट पर विधायक चुने गए सिबगतुल्ला अंसारी से भी किनारा कर लिया है, जो पार्टी को समर्थन दे रहे थे।
प्रवक्ता के मुताबिक अंसारी बंधुओं ने बसपा में प्रवेश के समय वादा किया था कि वे आपराधिक गतिविधियां छोड़कर जनसेवा करेंगे, लेकिन वे लगातार आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थे, जिससे जनता के बीच बसपा की छवि खराब हो रही थी। इसीलिए बसपा प्रमुख ने अंसारी बंधुओं को पार्टी से निकालने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि बीते दिनों गाजीपुर जिला जेल में छापेमारी के दौरान पता चला कि अंसारी बंधु जेल में रहकर आपराधिक गतिविधियां चलाते थे।
मालूम हो कि बीते लोकसभा चुनाव से पहले मुख्तार अंसारी को बसपा ने पार्टी में शामिल कर वाराणसी सीट से और उनके भाई अफजाल को गाजीपुर सीट से लोकसभा का टिकट दिया था। वाराणसी की एक रैली में मायावती ने मुख्तार को गरीबों का मसीहा भी करार दिया था।
मालूम हो कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के आरोपी मुख्तार अंसारी मऊ जिले से विधायक हैं और फिलहाल मथुरा जेल में बंद हैं। जबकि उनके भाई अफजाल अंसारी गाजीपुर से सपा सांसद रह चुके हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।