जम्मू एवं कश्मीर में एसएमएस पर प्रतिबंध वापस
इससे पहले अधिकारिक सूत्रों ने प्रतिबंध की पुष्टि करते हुए कहा था कि एक समय में एक ही एसएमएस भेजा जा सकेगा और वह भी केवल जम्मू एवं कश्मीर में। जम्मू एवं कश्मीर के बाहर के कोई भी एसएमएस यहां के मोबाइल फोन्स पर प्राप्त नहीं किए जा सकेंगे।
अधिकारी ने बताया कि जम्मू एवं कश्मीर के मोबाइल उपभोक्ताओं और शेष भारत के उपभोक्ताओं के बीच एसएमएस का आदान-प्रदान नहीं हो सकेगा।
सुरक्षा की खातिर लगाए गए इस प्रतिबंध के कारणों की विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। सूत्रों का कहना है कि अलगाववादियों और आतंकवादी संगठनों के बीच संचार को कम करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
जम्मू एवं कश्मीर में करीब 35 लाख मोबाइल उपभोक्ता हैं।
गृह मंत्रालय द्वारा जम्मू एवं कश्मीर में प्रीपेड मोबाइल सेवाओं से प्रतिबंध हटा लेने के कुछ महीने बाद यह रोक लगाई गई है।
वर्ष 2008 में अमरनाथ भूमि को लेकर हुए विवाद के दौरान भी एसएमएस पर रोक लगा दी गई थी। उस समय दलील यह थी कि एसएमएस के आदान-प्रदान से लोग विरोध के लिए सड़कों पर निकल सकते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।