तृणमूल सांसद सदन से अनुपस्थित, कांग्रेस चिंतित
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख व रेल मंत्री ममता बनर्जी और केंद्रीय गृह मंत्री पी.चिदंबरम के बीच नक्सल विरोधी नीतियों को लेकर गंभीर मतभेद जगजाहिर हैं। ऐसे में गुरुवार को जब दंतेवाड़ा में छह अप्रैल को घटी घटना पर लोकसभा में बहस चल रही थी तो उस समय तृणमूल कांग्रेस का कोई भी सांसद सदन में उपस्थित नहीं था।
पार्टी की नेता और शहरी विकास राज्य मंत्री सुगता रॉय ने कहा कि तृणमूल सांसद इसलिए सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सके, क्योंकि पार्टी से संबद्ध दो केंद्रीय मंत्रियों पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया था।
रॉय ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "माकपा के गुंडों ने हमारे दो मंत्रियों, मुकुल रॉय और सुल्तान अहमद पर दो दिनों पहले हमला बोल दिया था और हमारे नेता उस हमले के विरोध में पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।"
रॉय ने कहा कि पार्टी सोमवार से संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेन के बारे में रविवार को निर्णय लेगी।
तृणमूल कांग्रेस के सांसदों की सदन में अनुपस्थिति से कांग्रेस पार्टी शर्मसार हुई है, क्योंकि समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा गैर कांग्रेस और गैर भाजपा खेमे (वामपंथी पार्टियों) से हाथ मिला लेने के बाद उसकी स्थिति कमजोर हो गई है। वह भी ऐसे समय में जब वामपंथी पार्टियां पेट्रोल, डीजल और उर्वरकों की बढ़ी कीमतों को वापस लेने की मांग को लेकर संसद में कटौती प्रस्ताव लाने जा रही हैं।
भाजपा ने भी घोषणा की है कि वह लोकसभा में बजटीय प्रस्ताव पर एक कटौती प्रस्ताव लाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।