मनरेगा पर मप्र और केंद्र आमने-सामने
केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री प्रदीप जैन ने आरोप लगाया है कि मनरेगा की राशि का इस्तेमाल जिलाधिकारियों के बंगलों की मरम्मत के लिए किया जा रहा है। दूसरी तरफ, राज्य के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने इन आरोपों पर कड़ी आपत्ति जताई है।
पिछले दिनों मध्य प्रदेश के दौरे पर आए जैन ने आरोप लगाया था कि मनरेगा के लिए दी गई पूरी राशि राज्य सरकार खर्च नहीं कर पाई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि मनरेगा की राशि से कई जिलाधिकारी अपने बंगले की मरम्मत करा रहे हैं। बालाघाट के जिलाधिकारी का नाम इस मामले में उछला है। जैन ने यह भी कहा था कि इस मामले की जांच के लिए वह एक केंद्रीय दल भेजेंगे।
दूसरी तरफ, भार्गव ने कहा कि मनरेगा के मामले में केंद्र सरकार गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपना रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस योजना को पूरी पारदर्शिता के साथ लागू किया गया है।
भार्गव ने कहा कि जहां भी गड़बड़ियों की शिकायत मिली है वहां जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि बालाघाट के जिलाधिकारी पर लगे आरोपों की जांच के लिए उप सचिव के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।